औरंगाबाद (तेज समाचार डेस्क). औरंगाबाद जिले में आज सुबह करीब 5.30 और 6 बजे के बीच भीषण हादसे में 14 मजदूरों की तेज रफ्तार मालगाड़ी की चपेट में आने से दर्दनाक मौत हो गई. हादसा औरंगाबाद जिले के करमाड रेलवे स्टेशन से 2 किलोमीटर दूर शेन्द्रा एमआईडीसी क्षेत्र में पबनाए जा रहे उड्डान पुल के नीचे हुआ. यहां करीब 19 मजदूर रेलवे की पटरी पर गहरी नींद सो रहे थे. मजदूर इतनी गहरी नींद में थे कि उन्हें ट्रेन के भनक तक नहीं लगी और जैसे ही ट्रेन करीब आई, मजदूरों को संभलने का मौका तक नहीं मिला और 14 मजदूरों की मालगाडी के चपेट में आकर मौत हो गई, जबकि शेष 5 मजदूर गंभीर रूप से घायल हो गए. घायल मजदूरों की हालत भी काफी नाजुक है. बताया जाता है कि ये सभी मजदूर जालना की एक स्टील कंपनी में काम करते थे. वे जालना से रेल पटरी मार्ग से होते हुए औरंगाबाद की ओर आ रहे थे. दिनभर चलने के बाद ये सभी मजदूर पटरियों पर ही सो गए. बताया जाता है कि मजदूर इसी मुगालते में थे कि इन दिनों लॉकडाउन के कारण ट्रेने चल नहीं रही, लेकिन उन्हें शायद इस बात की जानकारी नहीं थी कि मालगाड़ियां चलाई जा रही है.
दुर्घटना के बारे में जानकारी देते हुए करमाड़ थाने के थानेदार संतोष खेटमालस ने बताया कि लॉकडाउन के चलते इन दिनों रेल यातायात बंद है. लॉकडाउन में अन्य शहरों के फंसे मजदूरों का सड़क तथा रेल की पटरी मार्ग से अपने गांव जाने का सिलसिला जारी है. रेल यातायात बंद होने से जालना के स्टील कंपनी में कार्यरत 19 मजदूर गुरुवार की देर शाम जालना से रेल की पटरी के किनारे से पैदल औरंगाबाद की ओर आ रहे थे. देर रात थककर सभी 19 मजदूर करमाड रेलवे स्थानक से 2 किलोमीटर दूर सटाना शिवार में स्थित रेल पटरी पर सो गए. शुक्रवार की सुबह रेल पटरी से गुजरी माल गाडी ने पटरी पर सो रहे 19 मजदूरों को अपने चपेट में ले लिया. दुर्घटना इतनी भयानक थी कि पटरी पर सो रहे 19 में से 14 लोगों की घटनास्थल पर मौत हुई. दुर्घटना इतनी भयंकर थी कि घटना स्थल पर मालगाडी के चपेट में आकर अपनी जान गंवाए सभी लोगों के शरीर के टुकडे-टुकडे होकर बिखर कर पड़े हुए थे. दुर्घटना की जानकारी मिलते ही करमाड थाना के पीआई संतोष खेटमालस अपने सहकर्मियों के साथ तत्काल घटनास्थल पहुंचकर घायलों को तत्काल अस्पताल पहुंचाने का इंतजाम किया. औरंगाबाद ग्रामीण की एसपी मोक्षदा पाटिल ने भी तत्काल घटनास्थल का दौरा कर दुर्घटना की जानकारी ली.