पूर्व विदेश मंत्री एवं कांग्रेसी नेता सलमान खुर्शीद ने आरोप लगाया कि ,विदेश मंत्रालय को स्वतंत्र रूप से काम करने की आजादी नहीं है। सलमान खुर्शीद ने कहा, ”विदेश मंत्रालय को प्रधानमंत्री प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से अपनी मर्जी से चलाना चाहते हैं , इसी कारण भारत की विदेश नीति प्रभावी ढंग से सकारात्मक परिणाम नहीं दे पा रही है।’’ सलमान खुर्शीद ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री मोदी की विदेश नीति इसीलिए पूरी तरह असफल रही है . खुर्शीद ने कहा कि विपक्ष को विश्वास में लिए बिना आधे अधूरे मन से किसी भी देश की विदेश नीति सफल नहीं होती। उन्होंने इस संदर्भ में उल्लेख किया कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी ने विदेश मंत्री के रूप में पाकिस्तान आदि देशों की यात्रा करते हुए विपक्ष को अपने साथ लेकर सफल विदेश नीति बनायी थी। उन्होंने केन्द्र सरकार पर यह भी आरोप लगाया कि सरकार लोकतांत्रिक सिद्धांतों की अवेहलना करके चलायी जा रही है और विपक्ष को विश्वास में न लेना उनकी सबसे बड़ी भूल है। पूर्व विदेश मंत्री ने कहा कि जहां तक पाकिस्तान का प्रश्न है, पाकिस्तान से भारत को एक नहीं अनेक बार ’धोखे ’का सामना करना पड़ा है। उन्होंने कहा कि केवल सामरिक सोच लेकर ही पाकिस्तान से नहीं निपटा जा सकता क्योंकि पाकिस्तान भारत की चिंताओं और समस्याओं को समझने और दूर करने के प्रति कभी भी ईमानदार नहीं रहा। ललित मोदी मुद्दे को लेकर विदेश मंत्री सुषमा स्वराज पर लगे आरोपों के बारे में खुर्शीद ने कहा कि भले ही विदेश मंत्री किसी मुद्दे पर आलोचनाओं का विषय बनी हुई हों पर इससे उनकी योग्यता और दक्षता को नकारा नहीं जा सकता। बिहार की चुनावी राजनीति पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए खुर्शीद ने कहा कि जनता दल और राजद के मुकाबले भले ही कांग्रेस का जनाधार छोटा हो फिर भी विधानसभा चुनावों में कांग्रेस को अच्छी सफलता मिलेगी।