जलगांव (तेज़ समाचार प्रतिनिधि):पुलिस मुख्यालय के पास स्थित चिमुकले राम मंदीर में पुलिस कर्मचारी नामदेव बाबुराव पाटील पुजा करने के गए थे। उस मंदीर और वर्कशॉप शस्त्र कक्ष के लिए वहा पुलिस गोपीचंद पाटील और राजु देवराम पाटील दानों तैनात थे। इस समय पुजा की साम्रगी रखने के लिए मंदीर में जाने पर यहां कोई भी साम्रगी नहीं रख सकते, तुमें यहां साम्रगी रखने की अनुमती नहीं हैं। यह पुरा मंदीर हम्हारी देखरेख में हैं।
ऐसा कहंकर दानों ने नामदेव के साथ हाथापाई करके तथा गला रेतकर जान से मारने की धमकी दी थी। उसके बाद नामदेव पाटील अपने साथ हुई हाथापाई के बारें में जिला पेठ पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराने के लिए गया था। लेकिन पुलिस स्टेशन में पुलिस की ही शिकायत नहीं ली गई। तो आम नागरीकों की शिकायत का क्यो होता होगा यह सवाल उत्पन्न हो रहा हैं। पुलिस कर्मचारी नामदेव पाटील को अपने ही पुलिस कर्मचारीयों ने मारझोड़ की गई हैं। इसके बाद पुलिस प्रशासन के लिए शर्म की बात हैं। पुलिस मुख्यालय पास ही होने पर भी इसप्रकार की घटना कैसे हुई, ऐसे विविध सवाल खड़े किए जा रहें हैं। अपनी शिकायत पुलिस प्रशासन से करने गए तो उसकी शिकायत की दखल भी नहीं ली गई।
पुलिस वाले को अपने ही विभाग के कर्मचारी से मारझोड़ होने से शहर के नागरीकों में चर्चा का विषय बना हुआ हैं। जिला सामान्य हॉस्पटाल में नामदेव पाटील को इजाल के लिए दाखिल किया गया हैं।