पुणे. देवरानी को बेटा होने से दुखी एक महिला ने अपनी ही 10 दिन की बच्ची को नदी में फेंक कर उसकी हत्या कर दी. इससे पूर्व महिला ने उसकी बच्ची का एक महिला द्वारा अपहरण करने का नाटक किया गया था. लेकिन कुछ ही घंटों में पुलिस ने इस घटना का पर्दाफाश करते हुए आरोपी मां को गिरफ्तार लिया है.
उल्लेखनीय है कि बोपोडी में बुधवार को रेशमा शेख नामक एक महिला ने शिकायत दर्ज करवाई थी कि, बुधवार को जब वह खड़की के एक निजी अस्पताल में अपनी 10 दिन की बच्ची के इलाज के लिए गई थी. वहां से अपने घर शेयर रिक्शा से लौट रही थी. घर के पास जब वह रिक्शा से उतर कर रिक्शावाले को पैसे देने लगी, तभी रिक्शा में सवार एक महिला ने उससे उसकी 10 दिन की बच्ची छीन कर रिक्शा में फरार हो गई. बच्ची के अपहरण का मामला होने के कारण खड़की पुलिस ने तुरंत ही जांच शुरू कर दी.
– महिला ने सुनाई थी झूठी कहानी
जांच के दौरान पुलिस को रेशमा की कहानी पर ही शक हुआ. क्योंकि रेशमा ने जिस मार्ग पर बच्ची के अपहरण की कहानी बताई थी, वह काफी भीड़भाड़वाला इलाका है. इसलिए रेशमा के शोर मचाने पर रिक्शा का वहां से भाग जान जाना मुमकिन नहीं था. रेशमा की बात की पुष्टि करने के लिए जब पुलिस ने उस मार्ग पर लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज देखे, तो कहीं पर रेशमा बच्ची के साथ दिखी, तो कुछ स्थानों पर उसके साथ बच्ची नहीं थी. लेकिन एक दुकान के सामने लगे सीसीटीवी में पुलिस को दिखा कि रेशमा सामान्य रूप से सड़क से जा रही है, तभी उसने चीखना चिल्लाना शुरू कर दिया कि उसकी बच्ची को लेकर कोई भाग गया. इस समय रेशमा के पास बच्ची नहीं थी. इस बात से पुलिस को रेशमा पर शक हुआ और उन्होंने रेशमा से कड़ाई से पूछताछ की. इस पूछताछ में रेशमा ने अपना अपराध कबूल कर लिया. अपने कबूलनामे में रेशमा ने बताया कि उसकी देवरानी ने कुछ दिन पूर्व बेटे को जन्म दिया. उसके बाद रेशमा ने बच्ची को जन्म दिया, जबकि उसे पहले से ही एक बेटी और एक बेटा है. रेशमा को यह तीसरी बेटी हुई थी. रेशमा की यह तीसरी बेटी निमोनिया से मर गई थी. इसके बाद चौथी बार रेशमा ने बेटी को ही जन्म दिया और यह बेटी भी बीमार ही रहती थी. इस कारण रेशमा उसे लेकर औंध के शेवाले हॉस्पिटल गई और वहीं उसने बच्ची को मारने का निर्णय लिया. अस्पताल से लौटते समय उसने बच्ची को बोपोडी के पुल से नदी में फेंक दिया. पुलिस ने अपनी ही बच्ची की हत्या के आरोप में रेशमा शेख को गिरफ्तार कर लिया है. यह कार्रवाई वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक लक्ष्मण बोराटे, पुलिस निरीक्षक अजित लकडे, उपनिरीक्षक मदन कांबले आदि के दल ने की.