जलगांव(तेज़ समाचार प्रतिनिधि): अभी के युग में महिलायों ने हजारो साल पहले उनपर डाली हुई बंधन तोड़कर पुरूष प्रधान माननेवाले प्रत्येक क्षेत्र में प्रवेश करके उल्लेखनिय कामगिरी की हैं। फिर भी पुरूष प्रधान संस्कृती बीच-बीच में सिर बाहर निकालती हैं। छेडछाड उसी का उदाहरण हैं। महिलांयों की छेडछाड यहं एक सामाजिक अपराध हैं।
छेडकानी के प्रकार खत्म करने के लिए महिला खुद ही सक्षम होना चाहिए। इसी विचार से पुलिस अधीक्षक दत्तात्रय कराले ने छेडछाडी विरोध दस्ता तयार करने के लिए निर्णय लिया था। इस के अनुसार जलगांव शहर में १२० एवं भुसावल में ३० स्वंयसेवक युवतीयां निर्भया दस्ते के साथ संयुक्त तत्वधान से कार्यवाही करेंगे। यह दस्ता त्यौहार-उत्सव के दिनों में महिला पुलिस अधिकारी एवं कर्मचारी के साथ शहर में मुहिम में शामिल होंगे। जिसके चलते निर्भया का उद्धाटन कार्यक्रम २८ अगस्त को पुलिस कवायत मैदान के पासवाले मंगलम हॉल में सुबह ११ बजे जिला मुख्य न्यायधिश जलगाव सविता बारणे के हाथों किया गया। इस समय प्रमुख अतिथी के रूपमें जिला क्रीडा अधिकारी सुनंदा पाटील मौजुद थी। इस समय कार्यक्रम की प्रस्तावना अप्पर पुलिस अधीक्षक बच्चन सिंह ने महिलायों की छेडछाड के बारें में फिल्म दिखाकर किया।
प्रमुख अतिथी के हाथो ५ युवतीयों को निर्भया का टि शर्ट का वितरण किया गया। इस कार्यक्रम में मंच पर पुलिस अधीक्षक दत्तात्रय कराले, अपर पुलिस अधिक्षक बच्चनसिंह, सहायक पुलिस अधिक्षक निलोत्पल, सचिन सांगले, रशिद तडवी, धनंजय पाटील तथा कार्यक्रम को शहर के प्रभारी अधिकारी पुलिस निरीक्षक सुनिल कुराडे, बी.जी.रोहम, सुनिल गायकवाड, प्रविण वाडीले, अशोक रत्नापारख, प्रदिप ठाकुर, सुभाष कावरे, खंबाटमहिला सपोनि. सारिका कोडापे, सारिका खैरणार सुप्रिया देशमुख कविता भुजबल आदि मौजुद थे।