मुंबई. भले ही राजनीतिक स्तर पर और धर्म के कथित ठेकेदारों की ओर से हिन्दू-मुस्लिमों में जहर घोलने का काम किया जाता हो, लेकिन सच्चाई यह है कि दोनों ही धर्म के आम लोग सदैव एक दूसरे के साथ भाईचारे के साथ ही रहते है और एक दूसरे के धर्मों की इज्जत करते है. ऐसे दृश्य आपको अक्सर देखने को मिल जाएंगे. लेकिन इनकी कहीं ज्यादा चर्चा नहीं होती. शनिवार को बकर ईद के दिन मुंबई में एक ऐसा ही नजारा देखने को मिला, कि मुस्लिमों ने ईद की नमाज गणेश पंडाल में पढ़ी. इस समय न तो मुस्लिमों को इस बात से ऐतराज था कि यह हिन्दुओं के देवता है और न हिन्दुओं को आपत्ति थी कि उनके गणेश जी के सामने दूसरे धर्म के लोग प्रार्थना करें. न हिन्दू धर्म पर संकट आया और न इस्लाम खतरे में पड़ा. मुंबई पुलिस ने एक तस्वीर ट्वीटर पर शेयर की है,जो ऐसा ही कुछ कहना चाहती है. इस तस्वीर को देखने के बाद कुछ लिखने की जरूरत ही क्या है. गणेशोत्सव चल रहा है और शनिवार को ईद-उल-अजहा थी. ऐसा लगा मानो सौहार्द ने मोहब्बत को गले लगा लिया हो. तस्वीर मुंबई पुलिस ने शेयर की है, इसमें ईद-उल-अजहा के मौके पर मुस्लिमों ने गणेश पंडाल में बैठकर नमाज अदा की.
मुंबई पुलिस ने इसे ट्विटर पर शेयर करते हुए लिखा कि ‘मुंबई शहर का मूल भाव गणेश मूर्ति नगर, एक फ्रेम में कैप्चर हो गया. क्या हमें कुछ और कहने की जरूरत है.’ इस तस्वीर को लोग काफी पसंद कर रहे हैं और सौहार्द की मिसाल कह रहे हैं. वहीं उत्तराखंड में भी ऐसा ही नजारा को देखने मिला है.
– नमाज के लिए खोल दिए गए गुरुद्वारे के द्वार
जोशीमठ में हर साल गांधी मैदान में नमाज अदा की जाती है लेकिन इस बार भारी बारिश के कारण नमाज की जगह तय नहीं हो पा रही थी. लगातार बारिश से गांधी मैदान पानी से लबालब था. लिहाजा नमाज पढ़ना ऐसे में संभव नहीं था. बारिश और ठंड को देखते हुये जोशीमठ के गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने मुस्लिम भाइयों के लिए गुरुद्वारे के द्वार खोल दिये.