श्रीनगर. क्रिकेटर गौतम गंभीर ने एक बार फिर देश का दिल जीत लिया है. गत दिनों कश्मीर में आतंकवादियों ने बड़े ही कायराना तरीके से छिप कर जम्मू-कश्मीर पुलिस के सब इन्सपेक्टर अब्दुल राशिद की गोली मार कर हत्या कर दी थी. शहीद अब्दूल राशिद की पांच साल की बेटी की एजुकेशन का पूरा खर्च क्रिकेटर गौतम गंभीर उठाएंगे. गौतम ने मंगलवार को ट्वीट कर ये जानकारी दी. टीम इंडिया के इस पूर्व ओपनर ने शहीद की बेटी जोहरा से कहा- अपने आंसुओं को जमीन पर मत गिरने दो, तुम्हारी एजुकेशन का पूरा खर्च मैं उठाउंगा. जोहरा, ने शाम को गंभीर से कहा- शुक्रिया सर.
बता दें राशिद पिछले महीने की 28 तारीख को शहीद हुए थे. अंतिम विदाई के वक्त जोहरा के आंसू नहीं थम रहे थे. उसके कुछ फोटोज सोशल मीडिया पर वायरल हुए थे. इसके बाद जम्मू-कश्मीर पुलिस के डीआईजी ने फेसबुक पोस्ट किया. इसमें उन्होंने कहा था- प्यारी जोहरा, ऐसा लगता है जैसे तुम्हारा हर आंसू हमें झुलसा रहा है.
– गीदड़ों की तहर छिप का मारा था आतंकवादियों ने
28 अगस्त की शाम अब्दुल राशिद ड्यूटी पूरी कर थाने लौट रहे थे. इसी दौरान छिपकर बैठे आतंकियों ने उन पर फायरिंग की. राशिद शहीद हो गए. घटना अनंतनाग के मेंहदी कदाल में हुई थी.
गौतम ने मंगलवार को कहा- मैं जोहरा को ताउम्र उसके सपने साकार करने और एजुकेशन पूरी करने में मदद दूंगा. गंभीर ने बहुत ही भावुक अंदाज में लिखा- जोहरा मैं तुम्हें लोरी गाकर सुला तो नहीं सकता लेकिन तुम्हारे सपने साकार करते हुए जागने में मदद जरूर कर सकता हूं. टीम इंडिया के इस पूर्व ओपनर ने आगे लिखा- मैं ताउम्र तुम्हारी एजुकेशन में मदद करूंगा. गंभीर ने ट्वीट में आगे लिखा- जोहरा, अपने आंसुओं को जमीन पर मत गिरने दो. मुझे शक है कि धरती मां भी क्या तुम्हारे दर्द को सह पाएगी? तुम्हारे शहीद पिता अब्दुल राशिद को मेरा सलाम.
– डॉक्टर बनना चाहती है डॉक्टर
– जोहरा डॉक्टर बनना चाहती है और उसके इस सपने को साकार करने की जिम्मेदारी गौतम ले रहे हैं. गौतम के ऑफर पर मंगलवार शाम जोहरा ने कहा- मैं गौतम सर का मदद के लिए शुक्रिया अदा करना चाहती हूं. पांच साल की इस बच्ची ने मीडिया से बातचीत में कहा- मैं और मेरा परिवार गौतम सर की मदद का भरोसा पाकर बेहद खुश हैं. मैं पढ़ना चाहती हूं और एक दिन डॉक्टर भी बनना चाहती हूं.
– डीजीपी ने गंभीर से कहा, शुक्रिया
जम्मू कश्मीर पुलिस के डीजीपी एसपी वैद्य ने भी गौतम गंभीर का शुक्रिया अदा किया. उन्होंने कहा कि सेलेब्रिटीज और पब्लिक फिगर्स को पुलिस का हौसला बढ़ाने के लिए इस राज्य में आना चाहिए. हम इसके लिए न्योता देते हैं. एक ट्वीट में डीजीपी ने कहा- गंभीर ने जो सपोर्ट दिया है वो लंबे वक्त तक पुलिस और शहीद परिवारों का हौसला बढ़ाएगा. पिता की अंतिम विदाई के वक्त जोहरा के फोटो और उसकी हालत देखकर साउथ कश्मीर के डीआईजी ने 30 अगस्त को अपने फेसबुक पेज पर जोहरा के नाम एक लेटर लिखा था.
मेरी प्यारी जोहरा,
‘तुम्हारे आंसुओं ने कई दिलों को झकझोर कर रख दिया. तुम्हारे पापा के बलिदान को हमेशा याद रखा जाएगा. हालांकि, यह समझने के लिए कि तुम्हारे पापा की शहादत क्यों हुई? तुम अभी बहुत छोटी हो. कानून की रखवाली करने वाले लोगों पर इस तरह के हमले करने वाले हमारी सोसाइटी के दुश्मन हैं.’ ‘तुम्हारे पिता हम सब लोगों की तरह जम्मू-कश्मीर पुलिस के त्याग और साहस से काम करने वाले लोगों में से एक थे. ऐसे कई पुलिस परिवार हैं जिन्होंने समाज की रक्षा के लिए इस दर्द को झेला है. ये परिवार भी इसी दुख से गुजर रहे हैं.’ ‘यही चेहरे और यही कहानियां हमें गर्व का मौका भी देती हैं. हम अपने हीरोज को कभी नहीं भूल पाएंगे. ये हमारे करीबी और अजीज हैं. जिन्होंने कई साल हमारे साथ काम करते हुए बिताए. ये सभी परिवार जम्मू-कश्मीर पुलिस के उस बेमिसाल सफर में साथ हैं जो समाज की सेवा में लगी है.’
‘हमेशा याद रखना कि हम एक परिवार की तरह ही हैं, जो इस वक्त एक मुश्किल घड़ी से गुजर रही है. तुम्हारी आंखों से निकलने वाला हर एक आंसू हमारे दिलों को जैसे झुलसा रहा है. ईश्वर से कामना करते हैं कि वो हमें इतनी ताकत दे कि हम इस समाज की बेहतरी के लिए काम जारी रख सकें. हम इस यूनिफॉर्म को जब पहनते हैं तो कुछ संकल्प लेते हैं और वो ही हमारे लिए सबसे ज्यादा अहम हैं.’
‘आओ हम अपने संकल्पों और वादों को बदलाव के लिए मजबूत करें. समाज को शांति और सद्भाना का संदेश दें. तुम्हारे पापा की यादें हमेशा हमारे दिलों में रहेंगी. उन्होंने अपनी जिंदगी फर्ज के लिए कुर्बान कर दी. ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दे.’
ढेर सारे प्यार और आशीर्वाद के साथ
(जम्मू-कश्मीर पुलिस)