- गौतम बैनजी की डिजाइनर अर्चना बेहडे से ‘तेज समाचार डॉट कॉम’ की विशेष बातचीत
निर्जीव हो या सजीव इस संसार की सभी वस्तु ओं की अपनी भाषा होती है, भावना होती है. इसी तरह से महिलाओं के सौन्दर्य को निखारनेवाले आभूषणों की भी अपनी भाषा होती है, जरुरत है, उस भाषा को समझने की. लेकिन ये कलाकृति सिर्फ देखने से समझ में नहीं आती बल्कि इसकी भाषा समझने के लिये इसका अनुभव लेना पड़ता है. तभी आभूषणों की सही परख होती है. मशहूर ऑर्नामेंट्स डिजाइनर गौतम बैनर्जी और अर्चना बेहडे लोगों की इस भावना को समझते हैं और हर बार कुछ नया करने की कोशिश करते रहते हैं. वह पहले गहनों के चहेतों की भावनाओं को समझते हैं और फिर उस भावना का संचार वह गहनों में करते हैं. वर्तमान में गौतम बैनर्जी और अर्चना बेहडे के डिजाइन किए गए गहनें महिलाओं के साथ ही पुरुषों में भी काफी पसंद किए जाते हैं.
अर्चना बेहडे को शुरू से ही आभूषणों का काफी आकर्षण था. उनका यहीं आकर्षण उन्हें इस क्षेत्र में खींच लाया. बाजार मे बिकनेवाले परंपरागत आभूषणों को देख अर्चना को सदैव ऐसा महसूस होता था कि इन आभूषणों में और भी कुछ नया किया जा सकता है. अर्चना की इसी सोच ने उन्हें इस क्षेत्र में आने के लिए प्रेरित किया. इसलिये उन्होंने मुंबई के प्रसिद्ध डिजाइनर गौतम बैनर्जी से गहनों को डिजाइन करने का विधिवत प्रशिक्षण लिया. उनकी चाह और उनकी विलक्षण कल्पना शक्ति ने उन्हें काफी समय विधा में पारंगत बना दिया. आरंभ में अर्चना ने कुछ समय इसी क्षेत्र में जॉब किया और फिर 2008 में अपने गुरु के नाम से ही यानी ‘गौतम बैनर्जी’ नाम से ब्रांड शुरू किया. गौतम बैनर्जी और अर्चना बेहडे की कल्पना शक्ति इतनी विलक्षण थी कि उनकी कल्पना से गढ़े गए गहनों को लोगों ने काफी पसंद किया और मुंबई में इस ब्रांड को सफलता मिलती गई. इसके बाद गौतम बैनर्जी और अर्चना बेहडे ने अब पुणे शहर के लोगों को अपनी डिजाइन्स की आदत लगाई है. वे अपने ब्रांड के डिजाइन्स से लेकर फायनल फिनिशिंग तक स्वयं उस पर ध्यान देती हैं. ये पूरी प्रक्रिया वह अपने घर में ही करती हैं, ताकि किसी पर निर्भर न रहना पड़े.
स्वर्ण, चांदी के साथ उन्होंने वाइट गोल्ड, प्लैटीनम, हीरे, कुंदन जैसी विभिन्न प्रकार की ज्वेलरी मार्केट में पेश की है. लेकिन जेम्स स्टोन्स से बनी ज्वेलरी उनकी विशेषता है. अभी तक आभूषणों के दीवानों को इसके बारे में ज्यादा कुछ पता नहीं था, लेकिन गौतम बैनर्जी और अर्चना बेहडे ने जेम्स स्टोन्स के आभूषण को नया रूप दे कर गहनों के दीवानों को और अधिक आकर्षित किया है.
- पुणे शहर में ‘द पैवेलियन’ नामक मॉल में ‘गौतम बैनर्जी’ नामक ज्वेलरी शॉप गौतम बैनर्जी और अर्चना बेहडे ने शुरू की है. इस शॉप ने पुणेकरों को जेम्स की पहचान कराई गई है. वर्तमान में चल रहे उत्सव-त्योहार के वातावरण में गहनें, जेम्स, ज्वेलरी की खरीदारी बड़े पैमाने पर की जाती है. ऐसे में ज्वेलरी के चहेते पुणेकरों के लिए ‘गौतम बैनर्जी’ एक बढ़िया ऑप्शन है. इस शॉप में विभिन्न प्रकार की ज्वेलरी देखने मिलेगी.
– जेम्स स्टोन्स से बनाए गए आभूषण
प्रकृति ने जेम्स स्टोन्स का एक सुंदर विश्व बनाया है. इसमें सबसे लोकप्रिय है ‘ओपल’ जेम्स स्टोन. इस ओपल से विभिन्न प्रकार के आभूषण बनते है. इससे रिंग, गले का पेंडल, वॉच बनाए जाते हैं. ‘फायर गार्डन’ नाम से ओपल का कलेक्शन पहचाना जाता है. उसी तरह कॉन्च पर्ल, शंख, मदर ऑर्फ से भी विभिन्न प्रकार के आभूषण बनाए जाते हैं.
– बर्ड्स कलेक्शन
आभूषणों के डिजाइन्स में प्रसिद्ध ब्रांड ऐसी ‘बर्ड्स कलेक्शन’ की पहचान है. इसमें मोर की सुंदर कलाकृति, विभिन्न जेम्स स्टोन्स व स्वर्ण-प्लैटिनम में बनाए जाते है. ये एक ‘पीस ऑफ आर्ट’ यूनिक कलेक्शन होने के कारण इसका दूसरा पीस नहीं देखने को मिलता.
– टेम्पल ज्वेलरी
वर्तमान में पारंपारिकता को आधुनिकता से जोड़कर फिर से मार्केट में लाने का ट्रेंड है. इस संकल्पना के अनुसार टेम्पल ज्वेलरी डिजाइन बनाया जाता है. इसमें विभिन्न देवताओं की कलाकृति को आधुनिकता का टच दिया जाता है. ये देखने में आकर्षक होते है. किसी भी प्रकार के पहनावे पर ज्वेलरी का इस्तेमाल किया जा सकता है.
– युवाओं के लिये ‘कोर्ड पिंक’ कलेक्शन
अर्चना बेहडे की बेटी उर्विता बेहडे को भी इस क्षेत्र से लगाव है. उर्विता ने भी गौतम बैनर्जी से प्रशिक्षण लिया और युवाओं के लिये ‘कोर्ड पिंक’ नामक कलेक्शन डिजाइन किया है. 16 से 28 उम्र के युवाओं की फैशन को ध्यान में रखकर उर्विता ने यह डिजाइन तैयार किया है. इस कलेक्शन की शुरुआत 15 हजार रुपए से होती है.