जलगांव. चालिसगांव तहसिल के पाटणादेवी जंगल परिसर के सटे पिंपरखेड शिवार में विगत सप्ताह में वनविभाग ने लगाया पिंजरे में सोमवार की सुबह तेंदूआ कैद हुआ. विगत २ से 3 माह से पिंपरखेड शिवार सहित उंबरखेडे, पिंपलवाड-म्हालसा, सायगाव, मांदुर्णे आदी परिसर में तेंदूए ने दहशत निर्माण की थी. उंबरखेडे में दो लोगो का बली तथा सायगाव, पिंपलवाड -म्हालसा के खेतों में काम करनेवाले महिलाओं को गंभीर घायल किया था. वनविभाग ने विगत सप्ताह में पिंपरखेड शिवार में ६ से ७ जगह पिंजरा लगाया था.
इसी पिंजरे में सोमवार को तेंदूआ कैद हुआ. पिंजरे में कैद होने के बाद तेंदूआ जोर से आवाज करने से परिसर के नागरीक भयभित हुए थे. तेंदूआ कैद होने की खबर समझते ही नागरीकों ने उसे देखने के लिए भीड़ की थी. इस बीच विधायक उन्मेष पाटील ने सुबह १०.3० बजे प्रत्यक्ष जहां तेंदूआ कैद हुआ हैं, वहां जाकर भेट देकर वनपरिक्षेत्र अधिकारी संजय मोरे की ओर से परिस्थिती की समिक्षा की. दौरान कैद हुए तेंदूआ का एक ओर साथीदार हैं, उसने उंबरखेड परिसरमें कब्जा किया हैं. इसलिए दुसरे तेंदुओं को पिंजरे में कब कैद किया जाएगा? यह सवाल कायम हैं. चालीसगांव वनविभाग के वनपरिक्षेत्र अधिकारी संजय मोरे ने बताया की, पिंपरखेड शिवार में तेंदुआ ने गाय पर हमला किया था. उंबरखेड परिसर में भी पिंजरे लगाए गए हैं.