पुणे. रामायण की कथा, लोककला, पुस्तक, दूरसित्रवाहिनी आदि माध्यम से नागरिकों तक पहुंच गई है. अब यह कथा डाक टिकट के माध्यम से नागरिकों तक पहुंचेगी.
भारतीय डाक विभाग हमेशा से विभिन्न उपक्रम चलाती है. इस विभाग ने डाक टिकट जारी करते हुए उसकी बिक्री की. इस विभाग ने अभी तक भारत के इतिहास के विभिन्न प्रसंग, भारतीय स्वतंत्रता संघर्ष, प्राणी, पक्षी, फिल्मी कलाकार, संगीतकार, खिलाड़ी, लेखक, ओलिंपिक, यातायात सेवा, भारतीय जवान, चैत्यभूमि, महात्मा गांधी के साथ देश की आजादी की लड़ाई में शामिल हुए नेता, राजनेता, ताजमहल, तिरंगा, सिंधु दर्शन के साथ विभिन्न डाक टिकट जारी किए गए हैं. डाक विभाग ने अब रामायण की विभिन्न प्रसंगों पर आधारित डाक टिकट जारी किये हैं.
इसमें राम राज्याभिषेक, सीता स्वयंवर, राम-सीता का वनवास, युद्धभूमि, शबरी के बैर, हनुमान द्वारा उठाया गया संजीवनी पर्वत, अशोकवन में हनुमान सीता भेंट, विभिन्न युद्ध प्रसंग, सीता की अंगूठी आदि चुनिंदा प्रसंग पर आधारित डाक टिकट जारी किये गए हैं. वरिष्ठ पोस्टमास्टर आर. एस. गायकवाड ने बताया कि, सभी टिकटों का मूल्य कम से कम 5 रुपए से 65 रुपए तक रखा गया है. वर्तमान में जीपीओ में ये टिकट बिक्री के लिये रखे गये हैं.