पुणे (तेज समाचार डेस्क). जिस तरह से सांस्कृतिक नगरी पुणे प्रगति पथ पर है. एक के बाद एक परियोजनाएं यहां के लिए चलाई जा रही हैं. इंफ्रास्ट्रक्चर का जाल यहां पर बुना जा रहा है. नियोजनबद्ध प्लानिंग की वजह से तेजी से विकास हो रहा है. निवेश बढ़ रहा है, उससे लग रहा है कि आनेवाले समय में यह शहर देश का नंबर एक शहर बन जाएगा. उक्त संभावना राज्य के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने जताई. उन्होंने कहा कि यह शहर आईटी हब ही नहीं है, बल्कि स्टार्ट अप के मामले में भी बेंगलुरू को पछाड़ते हुए यह देश में अव्वल बन गया है. यह तमगा स्वयं केंद्र सरकार ने इस शहर को दिया है. उन्होंने किहा कि देश में सबसे अधिक निवेश 49 प्रतिशत महाराष्ट्र में व उसमें भी सबसे ज्यादा पुणे शहर में हो रहा है.
– 20 वर्षों से सिर्फ कागजों पर ही थी योजनाएं
– 20 वर्षों से सिर्फ कागजों पर ही थी योजनाएं
स्थानीय संसाद अनिल शिरोले के वचनपूर्ति के विमोचन के अवसर पर उन्होंने शहर के विकास को बाधित रखने का आरोप विरोधी कांग्रेस व रांका पर मढ़ा. उन्होंने कहा कि पिछले 20 वर्षों तक आघाड़ी की सरकार ने पुणे की योजनाओं को केवल कागजों पर रखा. जिससे इस शहर का विकास बाधित रहा. जब हमारी सरकार राज्य में आई तब हमने इन येाजनाओं को अमली जामा पहनाना शुरू किया. और इस काम में केंद्र की मोदी सरकार ने पूर्ण सहयोग दिया. सांसद हो,मंत्री हो, विधायक हो, नगरसेवक हो सभी ने मिलकर संयुक्त रूप से पिछले चार वर्षों में इस शहर के विकास में अपना योगदान दिया. जिससे तेजी से यह शहर आगे बढ़ रहा है.
– गरीबों के नाम पर सिर्फ घोषणाएं, काम कुछ नहीं
उन्होंने कहा कि विगत 40 साल से सत्ता पर काबिज लोगों ने गरीबों के नाम पर सिर्फ घोषणाएं की. काम कुछ भी नहीं किया. उन्होंने अगर काम किया होता तो हमें काम करने की नौबत नहीं आती. 40 साल में इन लोगों ने जो नहीं किया, वह हमने विगत 4 साल में कर दिखाया. उन्होंने कहा कि पुणे में सिर्फ कागजों पर होनेवाले मेट्रो, पीएमआरडीए, रिंगरोड, एयरपोर्ट जैसे अहम परियोजनाओं को हमने अमली जामा पहनाया है. इसलिए विरोधियों को हमसे यह सवाल पूछने का हक नहीं है कि हमने क्या किया? हम जनता के प्रति वचनबद्ध हैं.