जनप्रतिनिधियों के मालेगांव दौरे के कारण ही धुलिया बना रेड जोन : अनिल गोटे का आरोप
धुलिया (जुनैद काकर ) पूर्व विधायक अनिल गोटे ने कोरोना की धुलिया में विस्फोटक स्थिति का ठीकरा अपरोक्ष रूप से एमआईएम के विधायक फारूख शाह पर फोड़ते हुए आरोप लगाया है कि उनके मालेगांव-धुलिया के दौरों के कारण धुलिया रेड जोन में आया है. उन्होंने धुलिया की कोरोनाजन्य विस्फोटक स्थिति के लिए धुलिया के विधायक और जिले के राजनेताओं को जिम्मेदार ठहराया है.
– मनपा प्रशासन पर अस्वच्छता का आरोप
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष व पूर्व विधायक अनिल गोटे ने रविवार को प्रेस विज्ञप्ति जारी कर शहर की अस्वच्छता पर भी निशाना साधा है. गोटे ने कहा कि लॉकडाउन में अटके हुए श्रमिकों और अन्य लोगों को उनकी घर वापसी हेतु प्रशासन ने राहत प्रदान कर उन्हें उनके गंतव्य स्थान तक जाने की अनुमति दी है. ऐसे में धुलिया शहर से सटे महामार्गों पर बड़े पैमाने पर घर वापसी करने वाले व्यक्तियों के द्वारा भोजन करने के उपरांत प्लास्टिक तथा गंदगी फैलाई गई है. यहां की सफाई करने की जिम्मेदारी मनपा प्रशासन की होने के बावजूद प्रशासन ने सफाई नहीं कराई है, जिसके चलते नगर में कोराना फैलने की आशंका जताई है. साथ ही उन्होंने तत्काल हाईवे की सफाई करने की मांग भी की है.
– मालेगांव के चक्कर काट रहे जनप्रतिनिधि
सांसद डॉ. सुभाष भामरे समेत सर्वदलीय राजनेताओं ने मालेगांव के कोरोना मरीजों का धुलिया गवर्नमेंट कॉलेज व अस्पताल में ईलाज का विरोध दर्शाया है. वहीं गोटे ने नगर विधायक फारूख शाह से मालेगांव के मरीजों के इलाज पर मूक दर्शक भूमिका पर प्रहार करते हुए उन्हें उनकी भूमिका स्पष्ट करने को कहा है. गोटे ने एमआईएम विधायक फारुख शाह पर अपरोक्ष रूप से हमला बोलते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और प्रदेश के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने सभी को घरों में रहने के आदेश दिए थे और विधानसभा की कार्यवाही भी स्थगित कर दी थी. उसके बावजूद विधायक समेत जनप्रतिनिधि मालेगांव के चक्कर काट रहे थे, जिसके चलते धुलिया का ग्रीन जोन आज रेड जोन में तब्दील हो गया. इस तरह का आरोप गोटे ने नाम न लेते हुए एमएम विधायक शाह पर हमला दागा है.