नईदिल्ली ( तेजसमाचार प्रतिनिधि ) – प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को स्वर्गीय प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की याद में सौ रुपये का एक स्मारक सिक्का जारी किया. संसद भवन के एनेक्सी में आयोजित हुए कार्यक्रम में संस्कृति मंत्री महेश शर्मा की मौजूदगी में प्रधानमंत्री ने इस सिक्के को जारी किया. इस मौके पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा,’अटलजी का जीवन आने वाली पीढ़ियों को सार्वजनिक जीवन के लिए, व्यक्तिगत जीवन के लिए, राष्ट्र जीवन के लिए समर्पण भाव के लिए हमेशा हमेशा प्रेरणा देता रहेगा.’
इस दौरान कार्यक्रम में लंबे समय तक अटल बिहारी वाजपेयी के सहयोगी रहे वरिष्ठ भाजपा नेता लालकृष्ण आडवाणी, लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन, वित्त मंत्री अरुण जेटली और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह यहां आयोजित संबंधित समारोह में उपस्थित थे.
अपने संबोधन में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि उनका मन यह मानने को तैयार नहीं है कि अटलजी अब हमारे साथ नहीं हैं. वह समाज के सभी वर्गों के प्रति प्यार रखने वाले सम्मानित शख्स थे. उन्होंने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी जी ने जिस पार्टी को बनाया वह सबसे बड़ी राजनीतिक दल में से एक बन गई है. वक्ता के तौर पर वह अद्वितीय थे. हमारे देश के वह सर्वश्रेष्ठ वक्ताओं में से एक थे. अटलजी चाहते थे कि लोकतंत्र सर्वोपरि हो.
मोदी ने स्मृति सिक्का जारी करने के अवसर पर मौजूद लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि वह वाजपेयी की विचारधारा और उनके दिखाए रास्ते पर चलने के वास्ते अपनी प्रतिबद्धता दोहराने के लिए मंगलवार को पूर्व प्रधानमंत्री के स्मारक पर जाएंगे.
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘अटल बिहारी वाजपेयी जी चाहते थे कि लोकतंत्र सर्वोच्च रहे. उन्होंने जनसंघ बनाया. लेकिन जब हमारे लोकतंत्र को बचाने का समय आया तब वह और अन्य जनता पार्टी में चले गए. इसी तरह जब सत्ता में रहने या विचारधारा पर कायम रहने के विकल्प की बात आई तो उन्होंने जनता पार्टी छोड़ दी और भाजपा की स्थापना की.’
समारोह को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, ‘कुछ लोगों के लिये सत्ता ऑक्सीजन के समान है और वे उसके बिना जीवित नहीं रह सकते. वहीं दूसरी ओर वाजपेयी ने अपने सार्वजनिक जीवन का लम्बा समय विपक्ष में रहते हुए राष्ट्र हित से जुड़े विषयों को उठाने में लगाया.’ उन्होंने कहा कि सिद्धांतों और कार्यकर्ता के बल पर अटल बिहारी वाजपेयी जी ने इतना बड़ा राजनीतिक संगठन खड़ा कर दिया और काफी कम समय में देशभर में उसका विस्तार भी किया.
पूर्व प्रधानमंत्री की स्मृति में सिक्का जारी करने के अवसर पर मोदी ने कहा कि वह वाजपेयी की विचारधारा और उनके दिखाए रास्ते पर चलने के वास्ते अपनी प्रतिबद्धता दोहराने के लिए मंगलवार को पूर्व प्रधानमंत्री के स्मारक पर जाएंगे.
विदित हो कि पूर्व प्रधानमंत्री का लंबी बीमारी के बाद 93 साल की उम्र में दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में अगस्त में निधन हो गया था.