औरंगाबाद (तेज समाचार डेस्क). मुस्लिम समाज में रमजान को पाक महीना कहा जाता है. इस महीने में लोग अल्लाह की इबादत करते हैं और नेक कामों में अपना हाथ बंटाते है. लेकिन औरंगाबाद में समाज के कुछ लोगों ने नापाक हरकत ने पूरे समाज पर धब्बा लगाने का काम किया है. ज्ञात हो कि इस समय लॉकडाउन के कारण सभी प्रकार के कार्यक्रमों सहित सभी धार्मिक कार्यक्रमों पर भी रोक लगाई गई है, तांकि कोरोना का संक्रमण रोका जा सके. लेकिन कुछ लोग अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे हैं. औरंगाबाद में सामूहिक नमाज में शामिल होने जा रहे लोगों को रोकने गई पुलिस टीम पर पथराव किया गया है. इसमें तीन पुलिसवाले गंभीर रूप से घायल हुए हैं. इनमें एक अधिकारी और दो कांस्टेबल हैं. घायलों को जिले के घाटी हॉस्पिटल में भर्ती करवाया गया है. तनाव को देखते हुए इलाके में कर्फ्यू लगाया गया है. मामले में 15 से ज्यादा लोगों को हिरासत में लिया गया है.
– 100 से ज्यादा नमाजियों की भीड़ ने की नापाक हरकत
सोमवार रात 8 बजे 100 से ज्यादा की संख्या में लोग शहर की संभाजी मार्ग पर स्थित एक मस्जिद में नमाज पढ़ने के लिए जा रहे थे. उन्होंने रोकने के लिए औरंगाबाद पुलिस की एक टीम मौके पर पहुंची. टीम ने लॉकडाउन का हवाला देकर सभी को अपने घर जाने की अपील की. इसी दौरान भीड़ में कुछ लोग भड़क गए और पुलिस से विवाद करने लगे. कुछ लोगों ने पुलिसवालों पर पथराव कर दिया. इससे वहां भगदड़ मच गई.
– शहर में लगातार बढ़ रही संक्रमितों की संख्या
औरंगाबाद में संक्रमित मरीजों को संख्या बढ़कर 95 तक पहुंच गई. इसके बाद इसे रेड जोन में रखा गया है. सामूहिक नमाज पढ़ने पर रोक लगी है. पिछले 24 घंटे के दौरान 42 नए पॉजिटिव केस सामने आए.