पिंपरी (तेज समाचार डेस्क). अभी तक आपने सिर्फ फिल्मों में देखा होगा कि अस्पताल में बच्चों की अदला-बदली हो गई. लेकिन पुणे के पास पिंपरी चिंचवड़ शहर में हकीकत में ऐसा देखने को मिला है. यहां के एक नामी गिरामी डॉ. डी वाई पाटिल मेडिकल कालेज के अस्पताल में नवजात शिशुओं के अदला-बदली का मामला सामने आया है. बच्चे के अभिभावकों ने आरोप लगाया है कि उन्हें बच्चा पैदा होने पर अस्पताल प्रशासन ने बताया कि बेटा पैदा हुआ है, लेकिन चार दिन बाद उन्हें बेटी सौंप दी गई. इस घटना से पूरा परिवार हैरान है. बच्चे के रिश्तेदारों ने आरोप लगाया है कि यह अस्पताल प्रशासन की घोर लापरवाही का नतीजा है. परिजनों का यह भी कहना है कि उनके पास पर्याप्त सबूत हैं. परिजनों का कहना है कि मनपा में रजिस्ट्रेशन करवाते समय बेटा पैदा होने की बात दर्ज है. हालांकि अस्पताल प्रशासन ने उनके इस आरोप को सिरे से खारिज कर दिया है और उनका कहना है कि अस्पताल में बेटी का ही जन्म हुआ था.
– नर्स ने बताया था कि लड़का हुआ है
11 अगस्त की रात को डीवाय पाटिल अस्पताल में रीता जगधने नाम की महिला ने एक बच्चे को जन्म दिया था. उस समय अस्पताल में रीता की मां हीराबाई भी मौजूद थी. अस्पताल की नर्स ने उन्हें बताया कि आपकी बेटी ने एक बेटे को जन्म दिया है. नर्स ने हीराबाई को यह भी कहा कि बच्चे को कुछ दिन ग्लास में रखना होगा. उसके बाद हीराबाई दस्तावेजों पर अंगूठा लगाकर वापस आ गई. 15 अगस्त को जब बच्चा परिवार को सौंपा गया तब परिवार काफी खुश था, लेकिन थोड़ी ही देर में यह खुशी गायब हो गई. पता चला कि बेटे की जगह बेटी सौंप दी गई है. इसके बाद हीराबाई ने तुरंत इस बात की खबर अस्पताल प्रशासन को दी. और उनसे पूछा तब अस्पताल ने उन्हें गलत साबित करना शुरू कर दिया. अस्पताल के हर पेपर पर लड़की पैदा हुई है, यह बताया गया. जन्म प्रमाण पत्र में भी लड़की पैदा होने का जिक्र किया गया. पीड़ित परिवार ने इस दुखद घटना पर मीडिया के सामने आकर मदद की गुहार लगाई.