पुणे (तेज समाचार डेस्क). नाबालिग लड़की के साथ वासना में अंधे एक युवक ने बलात्कार किया, किंतु पीड़िता की मां ने समय पर पुलिस में शिकायत दर्ज कराने से मना कर दिया. इस बीच नाबालिग गर्भवती हो गई. गर्भवती होने के बाद यह मामला महिला अत्याचार विरोधी समिति के प्रकाश में आया और इस मामले का खुलासा हुआ. समय पूरा होने पर पीड़िता ने मृत बच्चे को जन्म दिया. लेकिन एक बार फिर परिजनों ने अपनी प्रतिष्ठा पर आंच आने के डर से बच्चे को परस्पर ठिकाने लगा दिया गया.
इस प्रकरण में समिति द्वारा पूछताछ किए जाने पर पता चला कि लड़की व उसकी मां ने पुलिस में शिकायत दर्ज नहीं कराई है. इससे समिति भी सकते में आ गई. आरोपी ने नाबालिग लड़की के साथ बलात्कार करके उसे गर्भवती किया. उसके बाद लड़की की उपेक्षा करनी शुरू कर दी. पिंपरी स्थित वाईसीएम हॉस्पिटल में पीड़िता का इलाज किया गया. उसने 21, दिसंबर को मृत बालक को जन्म दिया था. उसे परस्पर ठिकाने लगाने का प्रयास किया गया. इस पूरी घटना से पीड़िता का परिवार घबरा गया और आरोपी के खिलाफ शिकायत दर्ज नहीं कराई. किसी ने भी पीड़िता का डीएनए टेस्ट नहीं कराया. बच्चे का पिता कौन है? इसका भी डीएनए करना जरूरी था. बच्चे के पिता की तलाश करके आरोपी के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग समिति द्वारा पुलिस से की गई.
आरोपी के खिलाफ कार्रवाई नहीं होने पर आंदोलन करने की चेतावनी समिति की अध्यक्ष नीता परदेशी ने दी है. समिति ने पुणे ग्रामीण पुलिस अधीक्षक संदीप पाटिल से भेंट करके पीड़िता के साथ घटी घटना के संदर्भ में जानकारी दी. पाटिल ने मामले को गंभीरता से लेकर घोड़ेगांव पुलिस को मामला दर्ज करने का आदेश दिया. घोड़ेगांव पुलिस ने वाईसीएम हॉस्पिटल में जाकर पीड़िता के परिवार को पुलिस में शिकायत दर्ज कराने की सलाह दी, किंतु पीड़िता की मां ने मना कर दिया.