भोपाल (तेज समाचार डेस्क). भोपाल के छोटा तालाब के खटलापुरा घाट पर शुक्रवार की सुबह करीब 4.30 बजे गणेश विसर्जन के दौरान दो नाव पलटने से 11 लोगों की मौत हो गई जबकि 6 लोगों को बचा लिया गया. प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, दोनों नावें जुड़ी हुई थीं. जिन पर 20-25 लोग सवार थे. हालांकि इस आंकड़े की प्रशासन ने पुष्टि नहीं की. उन्होंने अपील की है कि विसर्जन में शामिल किसी परिवार का सदस्य घर न पहुंचा हो, तो सूचित करें. इस बीच मामले की मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए गए हैं. दो नाविकों पर केस दर्ज किया गया है. मुख्यमंत्री कमलनाथ ने मृतकों के परिजन को 11-11 लाख और नगर निगम ने 2-2 लाख रुपए मुआवजे का ऐलान किया है.
– हादसे की होगी जांच
मृतक पिपलानी के 100 क्वार्टर के रहने वाले थे. मौके पर एसडीआरएफ की टीम, गोताखोर और पुलिस की टीम मौजूद है. जनसंपर्क मंत्री पीसी शर्मा ने कहा, ‘‘हादसे में 11 लोगों की मौत दुर्भाग्यपूर्ण है. ये कैसे हुआ, इसकी जांच की जाएगी.’ जिस जगह घटना हुई, वहां मध्य प्रदेश होमगार्ड और राज्य आपदा बचाव दल (एसडीआरएफ) का मुख्यालय है.
– दो नावों को जोड़ कर बनाया गया था मंच
प्रत्यक्षदर्शी के मुताबिक, दो नावें आपस में बंधी हुई थीं, इनके बीच में मंच बनाकर विसर्जन के लिए प्रतिमा रखी थी. नावों पर करीब 20-25 लोग सवार थे. सभी की उम्र 27-28 साल उम्र थी. कोई भी लाइफ जैकेट नहीं पहने हुआ था. प्रतिमा विसर्जित करते वक्त एक नाव पलटी तो लोग दूसरी पर कूद गए. संतुलन बिगड़ने के चलते दूसरी नाव भी डूब गई.
– दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा : मुख्यमंत्री कमलनाथ
मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने गणेश विसर्जन के दौरान भोपाल के खटलापुरा घाट पर डूबने से 11 लोगों की मौत पर गहरा दुःख जताया है. उन्होंने कहा कि सरकार पीड़ित परिवारों के साथ है. जिसकी भी लापरवाही होगी उसे बख्शा नहीं जायेगा. सभी पीड़ित परिवारों को 4-4 लाख रूपये की मुआवजा राशि दी जायेगी.
– पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज ने जताया दु:ख
मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिराज सिंह चौहान ने कहा कि भोपाल के छोटे तालाब के खटलापुरा में गणेश विसर्जन के दौरान नाव टूटने के कारण हुआ हादसा हृदय विदारक है. इस भीषण दुर्घटना में हताहत हुए लोगों को श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं और ईश्वर से दिवंगत आत्मा को शांति देने व परिजनों को इस गहन दुःख को सहने की शक्ति देने की प्रार्थना करता हूं.
– प्रशासन ने लोगों से जानकारी मांगी
प्रशासन ने कहा है कि जिन परिवारों के लड़के लापता हैं, हमें सूचित करें. वहीं, पुलिस बस्ती में जाकर लोगों से पूछताछ कर रही है कि विसर्जन के लिए कौन-कौन आए थे. जिन 11 युवकों के शव निकाले गए, उनके नाम परवेज खान (15), करण (16), अर्जुन शर्मा (18), राहुल मिश्रा (20), हर्ष (20), सन्नी ठाकरे (22), विशाल (22), करण (26), विक्की (28), राहुल वर्मा (30), रोहित मौर्य (30) हैं.
– ‘भाई को तालाब में ढूंढता रहा पर वह नहीं मिला’
डूबने वालों में 100 क्वार्टर में रहने वाला हरि राना भी था. हादसे के वक्त उसका भाई कमल खटलापुरा घाट पर मौजूद था. उसने बताया- घाट पर कोई रोक-टोक नहीं थी, कोई पुलिसवाला भी नहीं था. घाटवालों ने विसर्जन के लिए एक हजार रुपए मांगे. नाविकों ने दो नावों को जोड़ने के लिए दो लोहे की चद्दर वाले पटले रख लिए. 19-20 लड़के नाव में प्रतिमा विसर्जन के लिए बैठ गए. कुछ दूर पर प्रतिमा वाली साइड से नाव में पानी भरने लगा. नाविक ने कहा था कि कुछ नहीं होगा. कमल ने बताया कि जैसे ही प्रतिमा को पानी में धक्का दिया, नाव का बैलेंस बिगड़ गया और वह डूबने लगी. कुछ पानी में कूद गए, लेकिन वे भी डूबने लगे. मेरे दोस्त मेरे सामने डूब गए. मैंने भाई को तैरकर इधर-उधर देख, लेकिन वह नहीं मिला.