अकोला (तेज समाचार डेस्क). शहर के अधिकांश बड़ी जनसंख्या माने जाने वाले परिसरों में विगत कई दिनों से करीब 7 घंटे बिजली की कटौती की जा रही है, जिसकी वजह से परिसर के नागरिक, बच्चे, विद्यार्थियों को काफी दिक्कतों को सामना करना पड़ रहा है. शासकीय नियमानुसार जिन परिसरों से बिजली बिल की करीब 80 प्रतिशत वसूली होती है. ऐसे परिसर को लोड शेडिंग मुक्त रखा जाना चाहिए, लेकिन अकोट फैल परिसर समेत कई परिसरों में कारीब 70 से 80 प्रतिशत वसूली होने के बाद भी 7 घंटे बिजली की कटौती कर उपभोक्ताओं का उत्पीड़न किया जा रहा है.
महवितरण के अधिकारी से प्राप्त जानकारी के अनुसार इन परिसरों में प्रति दिन 6 मेगावॉट बिजली का उपयोग किया जाता है, जिसके चलते करीब डेढ़ करोड रुपयों की वसूली अपेक्षित है, लेकिन केवल 60 से 80 प्रतिशत की वसूली हो पाती है. मुमकिन है कि कम वसूली की वजह से नागरिकों को करीब 7 से 8 घंटे बिजली से वंचित रहना पड़ रहा है, जिससे जहां नौजवान परेशान है, वहीं विद्यार्थियों, बच्चों, वृद्धों का गर्मी की वजह से बुरा हाल है. लेकिन जब इन परिसरों से नब्बे लाख रुपयों की वसूली की जा रही है, तो 7 घंटे बिजली गुल रहना नियमित बिजली बिल का भुगतान करने वाले उपभोक्ताओ पर महावितरण द्वारा नाइन्साफी है. इसी प्रकार अगर कम बिल वसूली पर गौर करे, तो इसमें महावितरण विभाग की लपरवाही का ज्ञात होता है. करीब 50 प्रतिशत उपभोक्ता संवय निवारण केंद्र से बिल निकलवाकर ले जाते है तथा कई उपभोक्ताओं को समय पर बिल ही प्राप्त नहीं होता, जबकि महावितरण इस संदर्भ मे उपभोक्ताओं से घर पहुंच सेवा कर लेता है. इसी तरह विगत दिनों मीटर रिडिंग में बडे पैमाने पर गडबड किए जाने की शिकायतें भी सामने आई थी. समय पर रिडिंग न लेने तथा मोबाइल द्वारा अनियमित रिडिंग की वजह से नागरिकों को ज्यादा रिडिंग के अनुरूप अधिक भुगतान करना पडता है. जिसकी वजह से अपेक्षित भुगतान से कम वसूली हो रही है.
– बिजली की शॉर्टेज
कोयना के पावर प्लांट मे खराबी आने के कारण 1 हजार मेगा वॉट बिजली का शॉर्टेज चल रहा है. उक्त पावर प्लांट की दुरुस्ती होते ही बिजली कटौती कम होने की संभावना है. उपभोकताओ को अखंडित सेवा देने महवितरण पूर्ण रूप से प्रयासरत है.
राजेश लोणकर, सहा. अभियंता महावितरण