कोलकाता (तेज समाचार डेस्क). आखिरकार पश्चिम बंगाल में भाजपा को रैलियां निकालने की परमिशन मिल ही गई. भाजपा को आवश्यक सभी परमिशन के बाद रैलियां निकालने की अनुमति सुप्रीम कोर्ट ने दी है. इसके साथ ही पश्चिम बंगाल सरकार को भी भाजपा को आवश्यक परमिशन देने के निर्देश सर्वोच्च न्यायालय ने दिए है. अनुमति मिलने के बाद भाजपा 20 जनवरी से अपनी रैलियों का शुभारंभ करेगी. लेकिन इससे पूर्व पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी अपना शक्ति प्रदर्शन करने के उद्देश्य से 19 जनवरी को रैली निकालेगी. इस रैली में शामिल होने के लिए ममता ने देशभर के विपक्षी दलों के नेताओं को न्योता दिया गया है. ममता की रैली ब्रिगेड परेड ग्राउंड में होगी. तृणमूल को उम्मीद है कि प्रमुख विपक्षी नेताओं समेत इस रैली में करीब एक लाख लोगों की भीड़ जुटेगी.
– रैलियों में नरेन्द्र मोदी के आने पर अनिश्चितता
पश्चिम बंगाल भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष ने बताया कि हमारी रैलियां 20 जनवरी से शुरू होंगी और इस दौरान मालदा में होने वाली पहली रैली में पार्टी अध्यक्ष अमित शाह का भाषण होगा. घोष ने बताया कि इन रैलियों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लाने के प्रयास चल रहे हैं. इस संबंध में केंद्रीय नेताओं से बातचीत भी हुई है, लेकिन अभी तक कोई आश्वासन नहीं मिला है.
– 42 में से 22 सीटों पर रहेगी भाजपा की नजर
लोकसभा चुनाव में अमित शाह पश्चिम बंगाल पर भी फोकस कर रहे हैं. उनका लक्ष्य राज्य की 42 लोकसभा सीटों में से 22 पर पर भाजपा को जीत दिलाना है.
– सुप्रीम कोर्ट ने दिए सहयोग के निर्देश
सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को बंगाल सरकार से कहा था कि वह भाजपा को जनसभाओं और रैलियों की इजाजत दे. अदालत ने रथ यात्रा कार्यक्रम के लिए भाजपा को नया शेड्यूल देने और जरूरी इजाजत लेने के भी निर्देश दिए थे. इस मामले से जुड़े एक वकील का कहना है कि भाजपा ने अपने 40 दिन का रथ यात्रा कार्यक्रम 20 दिन तक सीमित कर दिया है. यात्राएं बहरामपुर, डायमंड हार्बर और उत्तरी कोलकाता से शुरू होंगी.
– रथ यात्राओं पर अभी फैसला नहीं
रथ यात्राओं को लेकर अभी भी भाजपा के भीतर फैसला होना बाकी है. घोष ने कहा कि इस संबंध में भी केंद्रीय नेताओं से बातचीत हुई है.