पारंपारिक भाषणबाजी के साथ भाजपा ने किया किसान बिल का समर्थन
जामनेर (नरेंद्र इंगले ): विवादित किसान बिलो को लेकर उत्तर भारत मे कृषको के बीच काफी आक्रोश है ! जामनेर तहसिल भाजपा की ओर से किसान बिल के समर्थन मे प्रशासन को निवेदन सौंपा गया है ! जिसके बाद भाजपा के नेताओ ने अपने भाषण मे इस बिल को राज्य मे लागू करने को लेकर ठाकरे सरकार की अनास्था पर हलके लतीफो टाइप प्रहार किए ! गोविंद अग्रवाल , चंद्रकांत बविस्कर ने मीडिया के सामने हमेशा की तरह पारंपरिक तरीके से भाषण प्रस्तुत किए ! बाकी लोगो ने ठाकरे सरकार के विरोध मे मुर्दाबाद धिक्कार जैसी नारेबाजी कर अपने कार्यकर्ता होने का धर्म निभाया ! बाद मे मीडिया के सामने खूब फोटोसेशन वगैरा किया गया और इवेंट की औपचारीकता को पूरा किया गया ! पूर्व मंत्री तथा पार्टी के संकट मोचक गिरीश महाजन इस इवेंट मे कही नजर नही आए ! ज्ञापन सौपने का कार्यक्रम था इसलिए कोई निष्पक्ष आम किसान अपने हितो की रक्षा करने की मंशा से इस पहल मे आखिर क्यो शामिल नही हो सका ? इस सवाल का जवाब शायद किसान जानते है ! महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे कह चुके है कि इन कृषी कानूनो की पूरी समीक्षा करने के बाद ही इन्हे किसानो के हितो के अनुरूप बनाकर राज्य मे लागू किया जा सकेगा ! वैसे विवादित कृषी बिल दोनो सदनो ( लोकसभा और राज्यसभा ) मे किस तरीके से पास करवा दिए गए यह लोग जानने समझने लगे है ! केंद्र सरकार के बयानो के मुताबिक इन कृषी कानूनो को लेकर देशभर मे किसानो के बीच जाकर जनजागरण की बात कही गई है ! फिर बेहतर होता कि महाराष्ट्र भाजपा भी इसी तरह किसानो के बीच जाकर उनकी राय जान लेती ! लेकिन बजाय इसके भाजपा सुबे मे ठाकरे सरकार के खिलाफ अपनी पोलिटिकल खुन्नस निकलने मे जुट गई है ! विवादित कृषी कानूनो का मामला देश की शीर्ष अदालत मे है जहा इन कथित कानूनो की न्यायिक समीक्षा होनी है !