नई दिल्ली (तेज समाचार डेस्क). CBSE की 10वीं कक्षा के गणित और 12वीं कक्षा के अर्थशास्त्र के परीक्षा लीक होने से पूरे देश में सीबीएसई की साख पर बट्टा लग गया है. इस मामले में समय से पूर्व कई सारी शिकायते मिलने के बाद भी इस दिशा में कोई उचित कार्रवाई नहीं की गई. लेकिन सीबीएसई की एकेडमिक यूनिट को जब 26 मार्च को एक गुमनाम लिफाफा मिला, जिसमें 12वीं कक्षा के अर्थशास्त्र विषय की हाथ से लिखी 4 उत्तर पुस्तिकाएं थी, इसके बाद इस घटना का पर्दाफाश हुआ और इस मामले की जांच सीबीआई को सौंपी गई. मामला हाथ में आते ही सीबीआई ने बुधवार को दिल्ली के अनेक संदिग्ध कोचिंग सेंटरों पर छापे मारे. हालांकि इस मामले में सामने आए विक्की नामक कोचिंग सेंटर चलानेवाले शख्स को अभी तक पकड़ा नहीं गया है. दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने दिल्ली के साथ-साथ एनसीआर के भी कई इलाकों में छापे मारे है. इस दौरान कई महत्वपूर्ण सबूत मिले होने की जानकारी मिली है.
– 23 मार्च को ही हो गया था मुख्य आरोपी के नाम का खुलासा
इससे पूर्व सीबीएसई ने पुलिस को दी शिकायत में कहा है कि उसे इस बाबत 23 मार्च को शिकायत मिली थी, जिसमें आरोपी का नाम भी सामने आया था. पुलिस इस मामले में अब तक 25 लोगों से पूछताछ कर चुकी है, यह संख्या बढ़ भी सकती है. कहा जा रहा है कि पुलिस जल्द ही इस मामले में अहम खुलासा कर सकती है.
– विशेष जांच दल का गठन
उल्लेखनीय है कि पेपर लीक मामले की जांच के लिए दिल्ली पुलिस ने क्राइम ब्रांच का एक विशेष जांच दल (एसआईटी) गठित किया है. विशेष पुलिस आयुक्त आरपी उपाध्याय के मुताबिक, एसआईटी का नेतृत्व संयुक्त आयुक्त आलोक कुमार कर रहे हैं. जांच करने वाली एसआईटी में पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) और सहायक पुलिस आयुक्त (एसीपी) रैंक के पुलिसकर्मी शामिल हैं.
– 23 मार्च को फैक्स से मिली जानकारी
दिल्ली पुलिस को दी गई शिकायत में CBSE ने कहा है कि उसके पास 23 मार्च को फैक्स के जरिये पेपर लीक की जानकारी मिली थी. शिकायत के मुताबिक, 23 मार्च को फैक्स के जरिये बताया गया था कि पेपर लीक के पीछे विक्की नाम का शख्स है. यह शख्स कोचिंग सेंटर चलाता है.
– दो स्कूलों पर भी संदेह
सीबीएसई ने अपनी शिकायत में राजेन्द्र नगर के दो स्कूलों को भी पेपर लीक में आरोपी बनाया है. बताया गया है कि पेपर लीक की शिकायत पहले सीबीएसई के रीजनल ऑफिस (दिल्ली) में की गई. जिसकी एक कॉपी बाद में दिल्ली पुलिस के सब-इंस्पेक्टर सुशील यादव के व्हाटसएप नंबर पर फॉरवर्ड की गई.
– 26 मार्च को मिला गुमनाम लिफाफा
इसके बाद 26 मार्च, 2018 एक बिना पते का लिफाफा रोज एवेन्यू स्थित सीबीएसई की एकेडमिक यूनिट में डिलीवर हुआ. इस लिफाफे में 12वीं कक्षा के इकॉनोमिक्स विषय के हाथ से लिखे 4 पेपर जवाबों के साथ रखे थे.