महाराष्ट्र के पालघर में दो संतों की चिता की राख अभी ठंडी भी नहीं हुई थी कि पंजाब के होशियारपुर में शुक्रवार की रात अपने आश्रम में बैठे स्वामी पुष्पेंद्र महाराज पर हमला हो गया. दो अज्ञात लोगों ने उन्हें हाथ-पांव बांधकर बेदम मारा-पीटा और चाकू से घायल कर दिया. उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है. इससे पहले 16 अप्रैल की रात पालघर के गढ़चिंचले गांव में 2 साधुओं और उनके ड्राइवर को भीड़ ने पुलिस की मौजूदगी में पीट-पीटकर मार डाला. मृतकों में 35 वर्षीय सुशील गिरी महाराज, 70 वर्षीय कल्पवृक्ष गिरी महाराज और उनके ड्राइवर 30 वर्षीय निलेश तेलघने शामिल हैं. मॉब लिंचिंग कि यह घटना दुखद है, निंदनीय है. लेकिन इस जघन्य वारदात में भी कुछ लोग और राजनेता अपने-अपने तरीके से अपनी-अपनी रोटियां सेंकने लगे हैं. यह सर्वाधिक धिक्कारणीय है.