उम्मीद तो यही थी कि देश के सर्वशक्तिमान, जब लॉकडाउन में छठी बार देश के नाम संदेश देंगे, तो कोई बड़ा ऐलान करेंगे. मगर 16 मिनट तक पहाड़ खोदा और उसमें से चूहा निकला! तो देशवासियों ने माथा पीट लिया. ‘भक्त’ भी परेशान हो गए कि क्या-क्या नहीं सोच रखा था हमने… और ‘साहेब’ ने यह क्या पुडिय़ा छोड़ दी! निर्मला बाई ने 27 मार्च को जो ढोल पीटा था, उसी को 30 जून को साहेब ने अगले 5 महीने तक आगे बढ़ा दिया. हमारी समझ में ये है वोटों का टेंशन ….इसलिए ‘मुफ्त अनाज योजना’ को उन्होंने खुद रेडियो-टीवी पर आकर दे दिया एक्सटेंशन! ताकि सर्वत्र ‘साहेब’ की वाहवाही हो सके और बिहार में नवंबर में होने वाले विधानसभा चुनाव में वोटों की फसल कट सके.