पुणे (तेज समाचार डेस्क). चौथी कक्षा के पाठ्यक्रम में छत्रपति शिवाजी महाराज का पाठ है. इसी तरह राजर्षि शाहू महाराज इनके इतिहास का भी शालेय पाठ्यक्रम में समावेश किया जाना चाहिए. इसके लिए हम शिक्षा विभाग से पत्राचार कर रहे हैं. इसके साथ 9 वीं से 12वीं कक्षा तक के पाठ्यक्रमों में शिवाजी महाराज, शाहू महाराज व तारा रानी का इतिहास बतानेवाले पाठ होने चाहिए. यह मत युवराज संभाजी राजे छत्रपती ने व्यक्त किया.
मराठा साम्राज्य बढाने में महत्वपूर्ण योगदान देनेवाले मराठा सरदारों के घराणों के वंशजों की मराठा सरदार परिषद ऑनलाइन आयोजित की गई थीं. इस अवसर वे बोल रहे थे. इस परिषद का आयोजन ओंकार कोंढालकर व अनिकेत कोंडे ने किया था. इनको भूषण राऊत, अतुल मारणे, भूषण पवार, ओंकार रणवरे, अमर तलवार, प्रज्वल कोंढरे, अभिषेक कोंढालकर व दीपक खेमलपुरे ने सहकार्य किया.
संभाजी राजे ने कहा कि किलों का जतन व मरम्मत होना जरुरी है. रायगढ़ प्राधिकरण मॉडेल जैसे अन्य किलों का संवर्धन होना जरुरी है. हमारी ओर से फोर्ट फेडरेशन के माध्यम से किले व सरदारों के पुराने महलों का जतन करने का प्रयास किया जाएगा. अनिकेत कोंडे ने कार्यक्रम का आभार प्रदर्शन किया.