नई दिल्ली (तेज समाचार डेस्क): चीन की एप और दर्जनों कंपनियों पर बैन के बाद अब सेना की कैंटीन भी चीन से आयातित सामान नहीं बेचेगी। रक्षा मंत्रालय सेना कैंटीन में चीनी उत्पाद समेत सभी आयातित वस्तुओं पर प्रतिबंध लगाने की तैयारी में है। चीन के साथ चल रही तनातनी और कोरोना काल में मोदी सरकार के आत्मनिर्भर भारत के फैसलों के मद्देनजर इसे अहम कदम माना जा रहा है। रक्षा मंत्रालय सूत्रों के मुताबिक अब मिलिट्री कैंटीन में स्कॉच शराब व विदेश में निर्मित सीधे आयात किए जाने वाली वस्तुओं पर प्रतिबंध लगाने का फैसला किया है। हालांकि विदेश से मंगवाकर देश में पैकेजिंग और मार्केट की गई वस्तुओं पर कोई रोक नहीं होगा।
मिलिट्री कैंटिन रिटेल बिक्री में देश के बड़े भंडार के तौर पर जाना जाता है। सियाचिन ग्लेसियर से लेकर अंडमान निकोबार तक में फैले करीब ×500 कैंटीन में 5000 से भी उपर किस्म की जरुरत की वस्तुएं रिआयती दाम पर बेची जाती है। इसकी सुविधा सिर्फ सेना केतीनों अंगों के अधिकारियों और जवानों के लिए है। सूत्रों के मुताबिक इनमें करीब 400 वस्तुएं विदेशों से सीधा आयात किया जाता है। इनमें लैपटॉप, डेस्कटॉप, सेनेटरी नैपकिन, टूथ ब्रश जैसी कई वस्तुएं चीन से आयात होती हैं। अब इनकी जगह देश में बनी वस्तुओं को प्रोत्साहित किया जाएगा।