जलगाँव ( तेजसमाचार प्रतिनिधि ) – शहर में 11, 12 वीं, नीट, jee, ओलंपियाड, आदि के लिए प्रसिद्ध चड्ढा क्लासेस के विद्यार्थियों ने पर्यावरण पूरक गणेश जी की प्रतिमा का निर्माण कर स्थापना की.
विद्यार्थियों ने ही बनाये गणपति –
विदित हो कि चड्ढा क्लासेस की स्थापना के बाद से ही कक्षा के विद्यार्थी उत्साह के साथ प्रतिवर्ष गणेश स्थापना करते हुए गणेशोत्सव मनाते हैं. किन्तु इस वर्ष कक्षा के विद्यार्थियों में से प्रसाद ओक, जान्हवी वाणी, वंशिका चड्ढा,शर्व पाटिल, पाटिल, पार्थ पाटिल, कांचन माली, दीपराज खैरनार, ओमकार खादिलकर, रोमिल जैन, प्रांजल पाटिल, कनक, हेरम्ब पाटिल, देवांशु अमृतकर, करण राजपूत आदि ने मिलकर पर्यावारंपुरक गणेश जी की प्रतिमा का निर्माण किया और सबने मिलकर स्थापना की.
सहकर्मियों के हांथों से स्थापना –
चड्ढा क्लासेस की संचालिका मोनिका चड्ढा ने बताया कि चड्ढा क्लासेस की स्थापना के बाद से ही कक्षा पर प्रतिवर्ष गणेश जी की स्थापना उत्साह भरे वातावरण में की जाती है. इसके लिए विद्यार्थियों में से किसी के अभिभावक, कक्षा के सहकर्मी, शिक्षक परिवार के हांथों गणेश मूर्ति की स्थापना करवा कर पूजा अर्चना की जाती है. इस वर्ष भी सहकर्मी शिक्षिका वैशाली मोरे मैडम व उनके पति को सम्मान देते हुए पर्यावरण पुरक गणेश जी की प्रतिमा स्थापित कर पूजा अर्चना की गई. इस अवसर पर कक्षा के विद्यार्थी, शिक्षक, संचालक, हितचिन्तक, मित्र परिवार में से प्रीती कोल्हे , श्वेता जैन , पांडुरंग माली, पूनम वाणी, मयूर, देवानन्द आदि मौजूद थे.
सामजिक कार्यों के लिए प्रेरणा –
चड्ढा क्लासेस द्वारा विगत वर्षों से संचालिका मोनिका चड्ढा के मार्गदर्शन में सामजिक कार्यों के लिए बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया जाता है. कक्षा के विद्यार्थियों को सामजिक दायित्व का आभास दिलाते हुए इसका ऋण चुकाने का मानस स्थापित किया जाता है. इससे पहले विगत वर्षों में कक्षा के विद्यार्थियों द्वारा पुराने , गर्म कपड़ों का संकलन कर अहमदनगर की संस्था में भेजा जाता है. जलगांव शहर के जरुरतमंद बच्चों को शैक्षणिक सामग्री के वितरण के साथ प्रख्यात केशव प्रतिष्ठान के माध्यम से जरूरतमंद विद्यार्थियों, मजदूरों के बच्चों के लिए चलाये जा रहे उपक्रम में भी पुस्तकों का सहयोग किया जाता है.
बेटी पढाओ के लिए कदम –
आम तौर पर आर्थिक दृष्टी से कमजोर वर्ग द्वारा बेटियों को शिक्षण से वंचित रखा जाता है. चड्ढा क्लासेस की संचालिका मोनिका चड्ढा द्वारा विगत वर्षों में बेटियों को शिक्षण शुल्क के अभाव में प्रोत्साहित करते हुए निशुल्क यां सहयोग राशि में भी शिक्षण प्रदान किया गया है. सामजिक दायित्व को पूरा करते हुए सिर्फ बेटियों को पढ़ाने वाले अभिभावकों का स्वागत करते हुए संचालिका द्वार पूरा सहयोग किया जाता है. ताकि उनके अभिभावकों पर कोई आर्थिक बोझ न पड़े.