पुणे (तेज समाचार डेस्क). पुणे मंडल में 16 सितंबर से ‘स्वच्छता ही सेवा’ पखवाडा मनाया जा रहा है. इसके अंतर्गत पुणे मंडल के स्टेशनों, परिसरों तथा रेल गाड़ियों में साफ-सफाई के लिए विशेष अभियान चलाए जा रहे हैं. स्टेशनों पर सफाई संबंधी जागृति के लिए रेल कर्मचारियों के अलावा उपभोक्ता, यात्री, सेवाभावी तथा सामाजिक संगठनों, विशेष कर स्कूल-कालेज के बच्चों, स्काउट एन्ड गाईड्स, एनजीओ आदि समूहों द्वारा सफाई के कार्य किए जा रहे हैं.
– बाजपेयी ने यात्रियों से किया संवाद
इसी कड़ी में शुक्रवार को अपर मंडल रेल प्रबंधक सहर्ष बाजपेयी ने चिंचवड स्टेशन पर आयोजित एक कार्यक्रम में रैली का नेतृत्व किया तथा स्वच्छता की शपथ दिलाकर यात्रियों से संवाद भी साधा. बाजपेयी ने लोगों को गंदगी न करने एवं सिंगल यूज प्लास्टिक से होनेवाले नुकसान से अवगत कराकर सफाई बनाए रखने में योगदान की अपील भी की.
– विभिन्न कार्यक्रमों के जरिए जनजागृति
पुणे रेल मंडल के जनसंपर्क अधिकारी मनोज झंवर ने बताया कि ‘स्वच्छता ही सेवा’ के तहत स्काउट एवं गाईड्स के द्वारा नुक्कड नाटक पेश किया गया. रेल गाड़ियों के भीतर जाकर मेगा फोन के जरिये लोगों को सफाई के प्रति जागरुक किया गया. इसी के साथ आज स्वच्छ स्टेशन थीम को आधार बनाते हुए चिंचवड, तलेगांव, केडगांव, जेजूरी, सातारा, कराड एवं सांगली स्टेशनों सहित 25 स्टेशनों पर तथा 30 से अधिक रेल गाडियों में सफाई श्रमदान, यात्रियों से संवाद आदि के जरिये 25 हजार से ज्यादा लोगों से संपर्क स्थापित किया गया. स्टेशनों पर 220 किलो से ज्यादा प्लास्टिक वेस्ट इकठ्ठा किया गया.
– रेल प्रशासन की अपील
रेल प्रशासन यात्रियों सहित अन्य सेवाभावी संस्थाओं, सामाजिक संगठनों, स्कूल कालेज आदि से इस अभियान में सहयोग का अनुरोध करता है. यात्रियों से अपील है कि कूडा-करकट डस्टसबीन में डाले तथा इधर-उधर थूंककर गंदगी न करें. सिंगल यूज प्लास्टिक का उपयोग बंद करें.
– पुणे मंडल स्वच्छता के प्रति सजग
जनसंपर्क अधिकारी मनोज झंवर ने बताया कि पुणे मंडल सफाई के प्रति निरंतर जुटा हुआ है. मंडल के सभी स्टेशनों, गाडियों, रेल परिसर, पटरियों, डिपो आदि सार्वजनिक स्थानों पर इसके लिए अलग अलग टीमें दिन-रात लगातार सक्रिय रूप से कार्य कर रही है. लोगों को जागरुक करने के लिये तरह-तरह की गतिविधियां चलायी जा रही है. सफाई श्रमदान, नुक्कड़ नाटक, बैनर, होर्डिंग, पम्फ्लेट, उद्घोषणा, व्यक्तिगत समझाईश तथा संवाद आदि माध्यमों से ट्रेनो में तथा स्टेशनों पर लोगों को जागरूक किया जा रहा है.
– कचरा फेंकने की घटनाओं में कमी
लोनावला-दौंड सेक्शन में ट्रेक के नजदीक कचरा फेंकने की घटनाओं में पहले से काफी कमी आई है. लोगों को समझाइश दी जा रही है कि वे यात्रा के दौरान कप, प्लेट, बोतलें, रैपर्स, कागज, प्लास्टिक की थैलियां आदि चलती ट्रेन में खिड़की से बाहर ट्रेक पर न फेकें, क्योंकि ऐसा कचरा हवा के साथ दूर-दूर तक फैलता है, जिसे इकठ्ठा करना काफी कठिन हो जाता है. इसलिए ऐसे कचरे को डस्टबीन में डालें या सीट के नीचे रख दें ताकि गाड़ी में मोबाईल सफाई कर्मचारी द्वारा उसकी सफाई की जा सके.
– थूंकनेवालों से 2.42 लाख जुर्माना वसूला
स्टेशनों पर लोगों द्वारा थूंकने की एवं गंदगी करने की घटनाएं अभी भी धडल्ले से जारी है. इसकी रोकथाम के लिये कर्मचारियों की टीमें लगातार ध्यान दे रही है. ऐसे तत्वों के खिलाफ कार्रवाई भी की जा रही है. इस वर्ष अप्रैल से अब तक 1645 लोगों को गंदगी करते एवं थूंकते पाये जाने पर उनसे रुपये 2 लाख 42 हजार जुर्माना वसूला गया है.
– पटरियों पर शौच न करें
पुणे के शहरी क्षेत्र में रेल पटरियों के नजदीक बनी बस्तियों के लोग अब भी बडी संख्या में रेल लाईनों पर खुले में शौच कर रहे है जो बहुत ही शोचनीय एवं निंदनीय है. इस पर महानगरपालिका प्रशासन को भी प्रभावी कदम उठाने की सख्त जरुरत है. रेलवे ने रेलवे ट्रेक पर शौच करने वालों के खिलाफ संगम ब्रिज से शिवाजीनगर स्टेशन तथा पिंपरी-चिंचवड, आकुर्डी, घोरपडी स्टेशनों के बीच विशेष पथक बनाए है, जो सुबह के समय रेल लाईन पर शौच करने वालों पर दंडात्मक कार्रवाई कर रहे हैं. 16 अगस्त से अब तक कुल 210 लोगों को पकडकर उनसे 72 हजार से ज्यादा का जुर्माना लिया गया, जबकि 4 लोगों पर मामला दर्ज कर उनको कोर्ट में पेश किया गया. नियमानुसार ऐसे लोगों को जुर्माना तो देना ही होता है तथा अब अपनी गंदगी स्वच्छ करने की जिम्मेदारी भी उन्हीं की होगी.
– 2 अक्टूबर तक संपूर्ण स्वच्छता
मंडल रेल प्रबंधक मिलिन्द देऊस्कर ने विश्वास जताया कि पुणे से लोनावला, पुणे-दौंड तथा पुणे से मिरज, कोल्हापुर तक लगभग 500 किमी से ज्यादा क्षेत्र में फैले हुए पुणे मंडल पर यदि लोगों का पर्याप्त सहयोग, समर्थन मिलें तो 2 अक्टूबर से पहले सभी स्टेशनों, गाड़ियों, पटरियों के दोनों तरफ, यार्डों, परिसरों को साफ रखने में हम कामयाब होंगे.