पुणे (तेज समाचार डेस्क). महापालिका प्रशासन की ओर से कोरोना से लड़ने के लिए विभिन्न तरह की उपाययोजनाएं की जा रही है. उसके लिए प्रशासन द्वारा विलगीकरण कक्ष व आपदा प्रबंधन कक्ष भी बनाया है. इन कक्षों के माध्यम से अब विदेश से आए हुए नागरिकों पर जिन्हें घर में 14 दिन के लिए क्वारंटाइन में रखा गया है, उन पर वॉच रहेगा. इन लोगों को 14 दिन तक दिन में तीन बार फोन पर संपर्क किया जाएगा. साथ ही उनमें बीमारी के लक्षण दिखे, तो उन्हें नायडू अस्पताल में भेजने की जिम्मेदारी भी इस कक्ष के लोगों पर ही रहेगी. हाल ही में इससे संबंधित निर्देश महापालिका अतिरिक्त आयुक्त रूबल अग्रवाल ने निकाले है.
– कक्ष का लिया ब्यौरा
ज्ञात हो कि शहर में हाल ही में कोरोना बाधित 8 मरीजों पर उपचार किए जा रहे हैं. ये तादाद ज्यादा ना हो, इस वजह से महापालिका प्रशासन की ओर से पूरी तरह से सावधानी बरती जा रही है. मनपा प्रशासन ने हाल ही में इससे संबंधित एक प्रारूप भी बनाया गया है. उसके अनुसार इस पर अमल किया जा रहा है. सही तरीके से अमल हो, इस वजह से प्रशासन द्वारा विलगीकरण कक्ष व आपदा प्रबंधन कक्ष बनाया है. इसका ब्यौरा हाल ही में अतिरिक्त आयुक्त ने लिया. इन कक्षों के माध्यम से अब विदेश से आए हुए नागरिकों पर जिन्हें घर में 14 दिन के लिए क्वारंटाइन में रखा गया है, उन पर वॉच रहेगा. इन लोगों को 14 दिन तक दिन में तीन बार फोन पर संपर्क किया जाएगा. साथ ही उनमें बीमारी के लक्षण दिखे, तो उन्हें नायडू अस्पताल में भेजने की जिम्मेदारी भी इस आपदा प्रबंधन कक्ष के लोगों पर ही रहेगी. हाल ही में इससे संबंधित निर्देश महापालिका अतिरिक्त आयुक्त रूबल अग्रवाल ने निकाले है.
– हायपो क्लोराईड का करना होगा छिड़कावा
निर्देश के अनुसार जिन लोगों को घर में क्वारंटाइन में रखा है व जिन पर उपचार चल रहे है, ऐसे लोगों के घरों के आसपास के इलाकों में हायपो क्लोराईड का छिड़कावा करना होगा. इसकी जिम्मेदारी स्वास्थ्य अधिकारी डा. वैशाली जाधव पर रहेगी.
तहसील स्तर पर कंट्रोल रुम –
पुणे जिला परिषद द्वारा कोरोना के लिए तहसील स्तर पर कंट्रोल रुम स्थापित किया गया है. इसके साथ करोना के संदिग्ध व्यक्तियों को त्वरित प्राथमिक आरोग्य केंद्र में भर्ती करने के निर्देश जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी आयुष प्रसाद ने दिए हैं. जिले के बाहर से आनेवाले तथा पर्यटकों की संख्या भी ज्यादा है. इस स्थिति में कोरोना का प्रसार ज्यादा ना हो इसके लिए जिला परिषद के सभी विभागों के मुख्य कार्यकारी अधिकारियों की आयुष प्रसाद के अध्यक्षस्थान पर मीटिंग बुलाई गई थी.
– प्रतिदिन पेश करनी होगी रिपोर्ट
इस अवसर पर जिला आरोग्य अधिकारी, गुट विकास अधिकारी, तालुका वैद्यकीय अधिकारी व जिला परिषद के सभी विभाग के विभागप्रमुख उपस्थित थे. जिले में कोरोना का फैलाव ना हो व जनजागृति के लिए गुटविकास अधिकारी, ग्रामसेवक, आशा व अंगणवाडी सेविका, पुलिस पाटिल व सरपंच को जिम्मेदारीयों का विभाजन करके दी गई. घर घर जाकर चेकिंग करने के लिए आशा वर्कर, आंगनवाडी सेविका, वैद्यकीय अधिकारी व पुलिस पाटील द्वारा गृह मुहिम अमल में लाई जाएगी. सुबह 8 से दोपहर 2 बजे तक घर घर जाकर हर परिवार के सदस्यों के यात्रा तथा हेल्थ की जानकारी ली जाएगी. इसका रोजका रिपोर्ट वैद्यकीय अधिकारियों को पेश किया जाएगा.