लखनऊ (तेज समाचार प्रतिनिधि). उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यानाथ के लखनऊ स्थित सरकारी आवास पर दिन-ब-दिन फरियादियों की भीड़ बढ़ती ही जा रही है. ऐसा नहीं है कि योगी को इन फरियादियों से कोई आपत्ति है. लेकिन उनका मानना है कि जब लोगों की समस्याओं को हल करने के लिए डीएम-एसपी है, तो इन लोगों को मुख्यमंत्री आवास पर आने की जरूरत ही क्यों पड़ी. बस, फिर क्या था. इसके बाद जिलों के आला अफसर सीएम के निशाने पर आ गए हैं. मुख्यमंत्री ने सभी जिलों को फरमान भेजकर साफ-साफ शब्दों में चेतावनी दे दी है. मुख्यमंत्री की ओर से सभी जिलाधिकारियों और पुलिस अधीक्षकों को कह दिया गया है कि जिस जिले से ज्यादा फरियादी मुख्यमंत्री आवास तक आयेंगे उस जिले के डीएम व एसपी पर कार्रवाई तय है. इस बात की जानकारी योगी सरकार के प्रवक्ता एवं ऊर्जा मंत्री श्रीकान्त शर्मा ने शुक्रवार को राजधानी में मीडिया को दी है.
– मोदी की तरह लैंडलाइन पर फोन करेंगे योगी
शर्मा ने कहा कि सभी जिलाधिकारी व एसएसपी आज से ही अपने कैम्प कार्यालय तुरन्त बन्द कर दें और सरकारी कार्यालय में बैठना शुरू कर दें. यह भी निर्देश दिए गए हैं कि मुख्यमंत्री निर्धारित समय सीमा में किसी भी वक्त प्रदेश के किसी भी जिलाधिकारी को लैंडलाइन पर फोन कर सकते हैं. इसलिए अफसरों को कार्यालय में निर्धारित समय में जनता के लिए बैठना अनिवार्य होगा.
– ग्राम प्रधानों को निर्देश
श्रीकांत शर्मा ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्वच्छता और भू-जल संरक्षण को आंदोलन का रूप देने के लिए भी आदेश जारी किये हैं. इसके लिए ग्राम प्रधानों को विशेष रूप से स्वच्छता टोली और भूजल सेना बनाने के निर्देश दिये गये हैं.
– तहसील दिवस पर मंत्रियों को उपस्थित रहने के निर्देश
शर्मा ने बताया कि अब तहसील दिवस पर तहसीलदार और मंत्री भी मौजूद रहेंगे. जनता की समस्या का हर हाल में निवारण करना होगा. मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये हैं कि फरियादियों की समस्याओं का फॉलोअप भी जिले के अफसरों को करना है और संबंधित रिपोर्ट मुख्यमंत्री तक भेजना होगा.
– थाना दिवस पर उपलब्ध रहे थानाप्रभारी
मुख्यमंत्री के आदेशानुसार अब थाना दिवस पर थाना प्रभारी जनता से हर हाल में मिलेंगे. साथ ही तुरंत समस्या का निपटारा कराएं और शासन को उसकी रिपोर्ट हर दिन भेजना होगा.
– पॉलीथीन है नुकसानदायक
मुख्यमंत्री ने यह भी आदेश दिया है कि महानगरों में पॉलीथीन के इस्तेमाल के खिलाफ अभियान चले. प्रदूषण और चोक नालियां गंदगी की सबसे बड़ी वजह हैं, इस समस्या को समूल रूप से खत्म करने के लिए पॉलीथीन पर प्रभावी तरीके से रोकथाम लगाई जाए.
– मंत्रियों के लिए 100 दिन का एजेंडा
मुख्यमंत्री ने अपने मंत्रियों को भी 100 दिन का एजेंडा देने के लिए कहा है तथा उस एजेंडे पर तेजी के कार्य करना होगा. उन्होंने मंत्रियों से उनके कामकाज का श्वेत पत्र जारी करने के लिए कहा है. मुख्यमंत्री के अनुसार बीजेपी सरकार हर दिन काम करने में तत्पर रहे. साथ ही जनता तक उसके लाभ पहुंचे और उनका परीक्षण भी करवाया जाए.