पुणे : समुदाय संसर्ग से बढ़ता जा रहा कोरोना संक्रमण का खतरा!
पुणे (तेज समाचार डेस्क). शहर में कोरोना का प्रकोप थमने का नाम नहीं ले रहा है. विगत 4 दिनों से तो कोरोना का संक्रमण तेजी से फ़ैल रहा है. शहर में पहले समाज संसर्ग का कोई खतरा नहीं था. लेकिन अब सामने आ रहा है कि समाज संसर्ग की वजह से कोरोना बाधितों की तादाद बढ़ती जा रही है. प्रशासन की जानकारी के अनुसार पुणे, पिम्परी व ग्रामीण इलाकों को पकड़कर हाल ही में 142 लोगों पर उपचार चल रहे हैं. इसमें से करीब 84 फीसदी केसेस यानी 120 लोग समाज संसर्ग से बाधित मिले हैं. इनमें से किसी ने भी विदेश दौरा नहीं किया था. अब यही संक्रमण रोकना जिला व मनपा प्रशासन के समक्ष बड़ी चुनौती खड़ी हुई है.
– मध्यवर्ती परिसरों में खतरा ज्यादा
ज्ञात हो कि राज्य में कोरोना संक्रमित लोगों की तादाद तेजी से बढ़ती जा रही है. खास तौर से पुणे व मुंबई में इस वायरस ने हाहाकार मचा रखा है. मुंबई में तेजी से हो रहे फैलाव को रोकने के लिए स्थानीय प्रशासन ने कई इलाके सील करने का निर्णय लिया है. उसी तर्ज पर पुणे में भी यह निर्णय हाल ही में लिया गया है. क्योंकि विदेश ना जाते हुए भी शहर के नागरिकों को कोरोना से संबंधित लक्षण नजर आ रहा है. विगत दो दिनों में 50 से अधिक लोग कोरोना से संक्रमित पाए जा चुके है. ये सभी मरीज शहर के मध्यवर्ती इलाके के हैं. इस वजह महापालिका ने 6 अप्रैल रात 12 बजे से महर्षि नगर से लेकर आरटीओ, कोंढवा, सभी पेठ इलाके व गुलटेकडी परिसर सील कर दिया है. उसके बाद अब धीरे धीरे पूरा शहर सील कर दिया जाएगा. क्योंकि अब प्रशासन के ध्यान में आया है कि समाज संसर्ग की खतरा बढ़ रहा है.
– 64% पुरुष कोरोना से संक्रमित
ज्ञात हो की जिले में हाल ही में करीब 142 लोगों पर कोरोना से संबंधित उपचार चल रहे है. इसमें से मनपा सीमा के 115 बाधित, पिंपरी मनपा के 20 व ग्रामीण इलाके के 7 बाधितों का समावेश हैं. इसमें से लगभग 64 प्रतिशत यानी 92 लोग पुरुष हैं. तो 50 महिलाएं है. अब तक पुणे में 5 लोगों की मौत हुई है. इसमें 3 महिला व 2 पुरुषों का समावेश हैं. यानी महिलाओं का प्रमाण 60 फीसदी हैं. मृत सभी लोग 40 की उम्र के ऊपर के थे.