देश में कोरोना के केस बढ़ने में 40 फीसदी की कमी आई
अब कोरोना संक्रमण के मामले दोगुने होने में 6.2 दिन लग रहे
– देश में 80 प्रतिशत लोग हुए हैं स्वस्थ, 20 फीसदी की हुई है मौत
– देश में 13,387 कोरोना के मामले, अब तक 437 लोगों की जा चुकी है जान
– देश के 19 राज्यों में संक्रमण के मामले बढ़ने की रफ्तार देश की औसत रफ्तार से भी कम
नई दिल्ली (तेज समाचार डेस्क): देश में लॉकडाउन का असर अब दिखने लगा है। कोरोना संक्रमण के मामले दोगुने होने में अब 6.2 दिन लग रहे हैं। यानि हर छठे दिन कोरोना के मरीजों की संख्या मौजूदा संख्या से दोगुनी हो जाती है जबकि लॉकडाउन से पहले यह दर 3 दिन थी। देश के 19 राज्यों में संक्रमण के मामले बढ़ने की रफ्तार देश की औसत रफ्तार से भी कम है। इनमें केरल, उत्तराखंड, हरियाणा, लद्दाख, हिमाचल, चंडीगढ़,पुदुचेरी, बिहार, ओडिशा, तेलंगाना, आंध्रप्रदेश, तमिलनाडु, दिल्ली, यूपी, कनार्टक, जम्मू व कश्मीर, पंजाब, असम और त्रिपुरा शामिल हैं।
केन्द्रीय स्वास्थ्य व परिवार कल्याण मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने शुक्रवार को प्रेसवार्ता में बताया कि कोरोना के मामलों की रफ्तार का अध्ययन करने पर पाया गया है कि एक अप्रैल से अब तक मामले बढ़ने की रफ्तार 1.2 है, जबकि 15 मार्च से 31 मार्च तक यह रफ्तार 2.1 प्रतिशत थी। इस तरह कोरोना के मामले बढ़ने की रफ्तार में 40 प्रतिशत की कमी देखी गई है। कुल मामलों में मरीजों के ठीक होने की संख्या और इससे मौत होने के अनुपात को लेकऱ भी रिपोर्ट तैयार की गई। इसके तहत 80 प्रतिशत लोग बीमारी से ठीक हो रहे हैं और 20 प्रतिशत लोगों की मौत हुई है।
स्वदेशी कंपनियां बना रही हैं टेस्ट किट्स
लव अग्रवाल ने बताया कि देश में कोरोना के आरटीपीसीआर टेस्ट किट्स और रेपिड एंटीबॉडीज टेस्ट किट्स बनाने का काम घरेलू कंपनियां कर रही हैं। देश की उच्च स्तरीय तकनीकी संस्थानों की मदद से देश में मई तक 10 लाख जांच किट्स तैयार कर लिए जाएंगे। इसके साथ 10 लाख रेपिड टेस्ट किट्स भी तैयार कर लिए जाएंगे।देश में 1919 कोविड अस्पताल और स्वास्थ्य केन्द्र
संयुक्त सचिव ने बताया कि देश में केन्द्र और राज्य सरकारों की मदद से 1919 कोविड के अस्पताल और स्वास्थ्य केन्द्र तैयार कर लिए गए हैं। इन अस्पतालों में अब तक कुल 1 लाख 73 हजार बेड उपलब्ध करा दिए गए हैं। इसके अलावा 21,800 आइसोलेशन बेड भी तैयार किए गए हैं।
विज्ञान और प्रौद्यागिकी के क्षेत्र में सरकार का जोर
कोविड संक्रमण को रोकने के लिए सरकारी प्रयासों के साथ विज्ञान और प्रोद्योगिकी के क्षेत्र में भी संभावनाएं तलाशने पर जोर दिया जा रहा है। स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव ने बताया कि मंत्री समूह की बैठक में कोरोना से बचने के लिए टीका, कोरोना वायरस की जीनोम सीक्वेंसिंग, रोकथाम के लिए दवा खोजने की दिशा में काम करने पर जोर दिया गया है। इसके अलावा वैकल्पिक चिकित्सा पद्धतियों की संभावनाओं को भी तलाशने पर जोर दिया गया है।