परमिट बार, बीयर शॉप या वाइन शॉप के लाइसेंस लेने के लिए कई लोग लाखो रुपये खर्च करते हैं। इससे राज्य सरकार को हर साल बहुत बड़ा राजस्व मिलता है। पिछले वर्ष से कोरोना के पृष्ठभूमि पर पुणे, पिंपरी-चिंचवड के साथ ही जिले के लगभग 450 परमिट बार को रीन्यू नहीं किया गया है। इसमे से कई दुकानें बंद हो गई है। तो कुछ ने तो बार बंद करने का आवेदन राज्य उत्पादन शुल्क विभाग के पास भेजा है। कई लोग तो बार का किराया भरने में भी सक्षम नहीं हैं। उन्हे अगर परमिट बार फिर से शुरू करना है तो नियमित शुल्क के साथ 24 प्रतिशत अतिरिक्त शुल्क भरकर लाइसेंस वापस लेना पड़ेगा। इसलिए राज्य उत्पादन शुल्क विभाग के अनुसार ये लाइसेंस हमेशा के लिए रद्द हो गए हैं। इस बारे में पुणे के राज्य उत्पादन शुल्क विभाग के निरीक्षक नंदकुमार जाधव ने कहा कि साल भर में कोरोना की वजह से नुकसान में जा रहे कोरेगाव पा