– मनपा स्कूल के बच्चों में बांटे जा रहे ओडोमॉस
पुणे (तेज समाचार डेस्क). भारत को डेंगू मुक्त बनाने के अपने मिशन पर आगे बढ़ते हुए डाबर ओडोमॉस ने अपनी मेगा मुहिम पहल मेकिंग इंडिया डेंगू फ्री की शुरुआत की. इस पहल के तहत, पूरे भारत में लोगों के बीच 10 लाख से अधिक ओडोमॉस वितरित किए जा रहे हैं. डाबर ओडोमॉस देश भर में 10 लाख से अधिक लोगों तक पहुंचेगा. उन्हें मच्छरों के काटने से बचाव के बारे में शिक्षित करेगा और डेंगू पैदा करने वाले मच्छरों से खुद को बचाने के लिए ओडोमॉस मच्छर भगाने वाली क्रीम के नि:शुल्क वितरित करेगा. यह अभियान देश भर के सरकारी स्कूलों में छात्रों और शिक्षकों को भी जागरूक करेगा.
– पुणे से हुई अभियान की शुरुआत
पुणे में इस पहल की शुरुआत करते हुए डाबर ने शहर के मनपा स्कूल के 250 से अधिक बच्चों के बीच एक जागरूकता सत्र का आयोजन किया, जिसमें छात्रों, शिक्षकों के साथ-साथ माता-पिता को डेंगू के मच्छरों से प्रभावी रोकथाम के बारे में बताया गया.
विशेष जागरूकता सत्र का संचालन शहर की मशहूर आयुर्वेद चिकित्सक डॉ. संगीता वाघमोडे ने किया. पुणे के धर्मवीर संभाजी महाराज प्राथमिक स्कूल से की गई.
– स्कूल-दफ्तर परिसर में पनपते है मच्छर
अभियान के बारे में डॉ. संगीता ने बताया कि लोग अपने घरों में तो साफ-सफाई करते है, और घरों में मच्छर न हो, इसका बखूबी ध्यान रखते हैं. लेकिन घर के बच्चे, महिला, पुरुष पढ़ाई, रोजगार के सिलसिले में जब स्कूल, कॉलेज, दफ्तर जाते हैं, तब वहां उनका सामना वहां पनप रहे मच्छरों से होता है. विशेष रूप से सरकारी स्कूलों में, सरकारी दफ्तरों में, सरकारी अस्पताल परिसरों में मच्छरों की पैदावार रोकना काफी मुश्किल काम है. ऐसे में वहां काम करनेवाले, सरकारी स्कूलों में पढ़नेवाले बच्चे इन मच्छरों का शिकार होते है.
– दिन में काटता है डेंगू का मच्छर
डॉ. संगीता ने बताया कि डेंगू का मच्छर सदैव दिन में ही काटते है. विशेष रूप से ये मच्छर शरीर के निचले हिस्से में हमला करते हैं. स्कूल में बच्चों के गणवेश अमूमन ऐसे बनाए गए है, जिसमें उनके पैर खुले रहते है. इसी कारण स्कूल के बच्चे इन डेंगू मच्छरों के हमले का शिकार होते है. ऐसे में इनसे बचने का उपया किया जाना चाहिए.
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– डेंगू की कोई दवा नहीं
डॉ. संगीता ने बताया कि डेंगू की कोई भी दवा नहीं है. डेंगू होने पर व्यक्ति को तेज बुखार होता है, ठंड लगती है, कमजोरी आती है. सबसे घातक बात यह है कि हमारे शरीर की सफेद रक्त कोशिकाएं यानी WBC तेजी से घटने लगता है, जो कि हमारे शरीर की रोग प्रतिकारण शक्ति होता है. ऐसे में हमें ऐसी चीजों का सेवन करना चाहिए, जिससे WBC को नियंत्रित किया जा सकें. जैसे पपीते के पत्तों का रस 25ml दिन में करीब तीन से चार बार लेना चाहिए. पपीते के पत्तों का सर तेजी से WBC बढ़ाने में मददगार होता है. इसके अलावा ड्रैगन-किवी नामक फल तेजी से WBC बढ़ाते है. शरीर में WBC की पर्याप्त संख्या होने पर डेंगू पर नियंत्रण पाया जा सकता है.
– ओडोमॉस सबसे कारगर उपाय
डॉ. संगीता ने बताया कि डाबर का ओडोमॉस क्रीम डेंगू से बचने का सबसे कारगर उपाया है. स्कूल में बच्चे यदि प्रतिदिन ओडोमॉस लगा कर आए, तो उन्हें मच्छर कभी भी नहीं काटेंगे और इस प्रकार डेंगू से उनका बचाव होगा.
– देश के पांच राज्यों में अभियान : दिनेश कुमार
डाबर इंडिया के दिनेश कुमार ने कहा, कि एक ब्रांड के रूप में, ओडोमोस लोगों को डेंगू और अन्य घातक मच्छर जनित बीमारियों से सुरक्षित रखने की दिशा में काम कर रहा है. इस मिशन पर आगे बढ़ते हुए, हमने इस सामाजिक पहल को जन जागरूकता बनाने और मच्छरों के काटने से बचाने में मदद करने के लिए उठाया है. हाल के वर्षों में डेंगू के मामलों की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है और डेंगू के फैलने में जागरूकता की कमी एक महत्वपूर्ण कारण है. यह जरूरत है कि निवारक उपायों के बारे में जागरूकता फैलाई जाए और लोगों को डेंगू से बचाने में मदद की जाए. दिनेश कुमार ने बताया कि महाराष्ट्र सहित देश के पांच राज्यों में डाबर डेंगू मुक्त अभियान चला रहा है. डेंगू के मरीजों के आंकडों का अध्ययन करने के बाद हमने महाराष्ट्र तमीलनाडू, पश्चिम बंगाल सहित पांच राज्यों का चयन किया है.