धुलिया ( तेजसमाचार प्रतिनिधि ) ठगी करने के लिए शातिर क्या कुछ नहीं करते और किस तरह से अपने दिमाग का गलत उपयोग करते हैं, इसका एक उदाहरण धुलिया में देखने को मिला है। यहां पर ठगों ने जानी-मानी ऑलाइन मार्केटिंग कंपनी अमेजॉन को ही लाखों रूपये का चूना लगा दिया है। जब कंपनी को आभास हुआ कि कोई व्यक्ति उनकी कंपनी से विभिन्न कंपनियों के मोबाइल खरीदने के बहाने ठगी कर रहा है तो कंपनी के अधिकारियों के पैरों तले से जमीन खिसक गई। यह ठग इस कंपनी को करीब दस लाख तीन हजार पंद्रह रूपये का चूना लगा चुके हैं। जब अमेजॉन को धोखाधड़ी का शिकार होने का शक हुआ तो पुलिस शिकायत की गई, जिसके बाद जांच में यह खुलासा हुआ।
धुलिया पुलिस के हत्थे चार ऐसे अपराधी चढ़े हैं जिन्होंने 14 मोबाइल फोन्स की ‘चोरी’ कर ऐमजॉन को चूना लगाया है। कुर्ला मुंबई व अमरनाथ ठाणे इलाके से दो युवक तो एक नाशिक पंचवटी और धुलिया का डिलेवरी ब्वॉय को अरेस्ट किया गया है जिन्होंने ऑनलाइन शॉपिंग कंपनी अमेजॉन के साथ लाखों रुपयों की धोखाधड़ी की है। पकड़े गए चारों युवकों में से मुख्य आरोपी का नाम रामदयाल मौर्य बताया जा रहा है, जिसके पास से 14 महंगे मोबाइल फोन, 8 सिम कार्ड, लैपटॉप बैग, अमेजॉन कंपनी के स्टिकर्स कैची, कटर और पेकिंग की सामग्री बरामद करने में शहर पुलिस को सफलता प्राप्त हुई है।
पिछले कई महीनों से चल रहा था खेल
विगत सात दिसंबर को अमेजॉन कंपनी के क्षेत्रीय मैनेजर हेमंत कानडे द्वारा धुलिया शहर पुलिस स्टेशन में रिपोर्ट दर्ज कराई गई कि धुलिया का कोई व्यक्ति और उसके कुछ साथी पिछले काफी समय से अमेजॉन कंपनी को बड़ी कंपनियों के कीमती मोबाइल खरीदने के लिए ऑनलाइन आर्डर करते थे, जिसके बाद कंपनी की ओर से मोबाइल कोरियर के जरिए डिलीवर कर दिए जाते थे। लेकिन डिलीवरी बुकिंग कर्ता मोबाईल नहीं लेने के कारण उसे डिलिवरी ब्वॉय नाशिक और मुंबई के दो शातिर अपराधी से सांठगांठ कर मोबाइल बॉक्स खाली कर और उसमें नकली डमी पुराना मोबाइल पेकिंग कर दो बारा कंपनी की नकली सील लगा कर बंद कर देते थे।
कई बार रिफंड से हुआ शक
डिलिवरी ब्वॉय की शिकायत पर मोबाइल वापिस कंपनी को लौटा दिया जाता था, लेकिन ऐसा एक बार नहीं, जब कई बार हुआ तो कंपनी के अधिकारियों को शक हुआ कि डिलीवरी में कुछ न कुछ गड़बड़ है। अमेजॉन कंपनी के क्षेत्रीय मैनेजर हेमंत कानडे की शिकायत पर शहर थाना प्रभारी अधिकारी गणेश चौधरी ने मामले का खुलासा करने के लिए एक टीम का गठन किया, जिसके बाद कंपनी से ठगी किए जाने का खुलासा हो सका।
डिलीवरी ब्वॉय ही निकला खिलाड़ी
बुधवार को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक विश्वास पांढरे ने प्रेस कांफ्रेंस के दौरान बताया कि अक्टूबर 2018 से अब तक कंपनी से 14 मोबाइल खरीदे जा चुके हैं और कंपनी के बॉक्स में से कीमती मोबाइल फोन निकाले जा चुके हैं। मामले में चार ठगों को गिरफ्तार किया गया है। जिनके नाम रामदायल परमानंद मौर्य (26) अशोक नगर कुर्ला मुंबई, रूपेश हरि सूपे (31) सर्वदय नगर अमरनाथ ठाणे, एजाज खलील खान (27) दिंडोरी रोड़ नाशिक, राहुल आनंदा निकम (19) संगमा चौक धुलिया हैं जिनमें राहुल निकम एक कोरियर कंपनी का डिलीवरी ब्वॉय है। उपरोक्त तीनों आरोपी अपने और अपने जान पहचान के लोगों के मोबाइल नंबरों से अथवा आईडी से कंपनी को मोबाइल आर्डर करते और डिलीवरी ब्वॉय से साठगांठ कर असली के स्थान पर नकली मोबाइल कंपनी को लौटाया करते थे।
इस करवाई को कुशलता पूर्वक पुलिस अधीक्षक विश्वास पांढरे, अपर पुलिस अधीक्षक पानसरे, सीएसपी सचिन हिरे, प्रशिक्षु पुलिस उप अधीक्षक प्रमोद कुदले के निर्देशन में शहर थाना प्रभारी अधिकारी गणेश चौधरी के नेतृत्व में जांच अधिकारी एपीआई दिगंबर पाटील, पुलिस उप निरीक्षक मनोज खडसे, वलवी, जाधव, एएसआई हीरालाल बैरागी, प्रकाश पाटील, किरण, जगताप, भीकाजी पाटील, पुलिस नायक मुख्तार मंसूरी, कबीर शेख, योगेश चौहान, प्रल्हाद वाघ, मछिंद्र पाटील, संदीप पाटील, पंकज खेरमोड़े, कमलेश सूर्यवंशी आदि ने अंजाम दिया है।