धुलिया: अपराधियों पर लेडी सिंघम इंस्पेक्टर राउत का फ़
धुलिया(संवाददाता): शहर के अतिसंवेदनशील चालीस गांव रोड़ पुलिस थाने की नवागत थाना प्रभारी अधिकारी संगीता राउत के पदभार संभालने के बाद से अपराधियों पर शिकंजा कसने का कार्य आरंभ कर दिया है जिसके चलते लेडी सिंघम पुलिस अधिकारी राउत के नाम से अपराधियों में घबराहट और दहशत निर्माण हो गई है. क्षेत्र में अवैध रूप से संचालित बूचड़खानो पर शत प्रतिशत नकेल डालने में सफलता प्राप्त की है.
चालीस गांव रोड पुलिस स्टेशन सीमा में हाल के दिनों में हुईं आपराधिक वारदातों में लिप्त अपराधियों पर पुलिस का शिकंजा कसने लगा है। चालीस गांव रोड थाना प्रभारी निरीक्षक संगीता राउत ने कहा कि क्षेत्र में अमन व चैन का राज स्थापित हो। इसके लिए चिह्नित अपराधियों के खिलाफ गिरफ्तारी को विशेष अभियान चलाया जा रहा है। वहीं अपराध व अपराधियों को संरक्षण देनेवालों पर भी पुलिस की नजर टेढ़ी है।
चालिस गाँव रोड पुलिस स्टेशन की प्रथम महिला थाना प्रभारी निरीक्षक तथा अपराधियों के कर्दनकाल संगीता राउत के नाम से शातिर अपराधी कांपने लगे हैं. बीफ के अवैध बूचड़खाने, लूट, रंगदारी व दुष्कर्म सरीखे जघन्य आपराधिक मामलों की मानीटरिंग स्वयं थाना प्रभारी अधिकारी संगीता राउ कर रही जिसके कारण अवैध बूचड़खाने संचालित करने वाले अपराधियों में घबराहट का माहौल है पता नहीं कब मैडम की। दबीश हो जाए इस भय से अपराधियों ने अवैध कारोबार बंद कर दिया.
जानकारी के अनुसार चालीस गांव रोड थाना प्रभारी अधिकारी संगीता राउत का गत दो तीन महीने पहले का कार्यकाल बहुचर्चित रहा है। गरीबों को कम दाम में प्लाट बिक्री करने का झांसे में फंसा कर लोहार बंधुओं ने दस लोगों को 40 हजार रुपये की ठगी कर धोखा दिया जिसकी शिकायत आजाद नगर पुलिस थाने में दर्ज कराई गई थी जिसकी जांच तत्कालीन आजाद नगर सहायक पुलिस इंस्पेक्टर संगीता राउत ने जांच करते हुए फखरुद्दीन लोहार बंधुओं के द्वारा 15 लाख रुपए की ठगी का मामला उजागर किया था और आज तक लोहार को जमानत नही मिल पाई.
थाना प्रभारी अधिकारी संगीता राउत का परिचय अपराधियों के लिए कर्दनकाल के रूप में जाना जाता है लेकिन वह काफी भावनिक भी है। पुलिसिंग के दौरान किसी भी तरह का दबाव वह बर्दाश्त नहीं करते है। वहीं दूसरी ओर इमानदारी से काम करने वाले कर्मचारियों तथा अधिकारियों के समर्थन में हमेशा खडे रहनी वाली यह थाना प्रभारी अधिकारी उन कर्मचारी अधिकारी के गले की फांस बन सकते है जो नियमबाह्य कामों को बढ़ावा देते है अथवा सहायता करने का प्रयास करते है।
वहीं गोवंश तस्करी बीफ मारपीट रंगदारी सरीखे मामलों में थानाध्यक्षों को कहा है कि कहीं से भी कोई सूचना मिलती है तो तत्काल उसपर कार्रवाई होंगी। वैज्ञानिक ढंग से अनुसंधान कर अपराधी किसी भी कीमत छूटने नहीं पाएं और वे समय पर सलाखों के भीतर हो। ताकि अपराध रूके इस का प्रयास करेंगे इस तरह की प्रतिक्रिया दैनिक नवभारत से बात करते हुए पुलिस सहायक इंस्पेक्टर संगीता राउत ने कहा है।