धुलिया: शक की बुनियाद पर पुलिस ने यूपी के मजदूरों को घंटों पुलिस हिरासत में रखा
धुलिया (जुनेद ककर ): चोरी के इल्जाम में उत्तर भारतीय मजदूरों के ट्रक को चालीसगांव रोड पुलिस ने करीब 12 घंटे तक बंदी बनाकर रखा.उन पर आरोप था कि एक श्रमिक ने एक पुलिसकर्मी का मोबाइल चुराया है. पुलिस ने पूरे ट्रक को बुधवार की सुबह बंदी बनाकर 40 गांव थाना ले आया. पुलिस ने ट्रक की और उसमे बैठे श्रमिकों के कस कर सघन तलाशी अभियान चलाया. लेकिन पुलिस के हाथों कुछ नहीं लगा.
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार मुंबई से मजदूरों का ट्रक भरकर उत्तर प्रदेश के दिशा में प्रवासी मजदूरों को ले कर जा रहा था. सुबह के समय चालीस गाव रोड थाना क्षेत्र के आगरा मुंबई महामार्ग स्थित चालीसगांव चौराहे समीप प्याऊ पर पानी की प्यास बुझाने उत्तर भारतीयों का ट्रक आकर खड़ा हुआ. प्यासे मजदूरों ने पानी पिया.इसी बीच एक व्यक्ति ने एक मजदूर पर मोबाइल चोरी का आरोप लगा दिया. आनन फानन में मामला चालीसगांव रोड पुलिस तक पहुंचा पुलिस ने तत्काल ट्रक के सभी मजदूरों को हिरासत में लेकर थाने ले आई. संदिग्ध दो मजदूरों की पुलिस ने खूब पिटाई की. स्थानीय समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने मामले का संज्ञान लेकर हस्तक्षेप किया. जब जाकर मजदूरों के ट्रक की रिहाई पुलिस ने की .इस दौरान पुलिस ने मजदूरों को काफी हताश किया था. इस तरह की आपबीती मजदूरों ने सुनाई.
सूत्रों की बात माने तो जिस व्यक्ति ने मोबाइल चोरी का आरोप लगाया था .वह आजाद नगर पुलिस थाने में कार्यरत है. जांच पड़ताल में अन्य आरोपी ने मोबाइल चुराया यह खुलासा होने पर मजदूरों को पुलिस ने उसके चुंगल से
छोड़ा . शक की बुनियाद पर यूपी के श्रमिकों को घंटों पुलिस स्टेशनकी चिलचिलाती धूप में परेशान व जलील होना पड़ा.
मजदूरों ने तेज़ समाचार से बात करते हुए पुलिस अधीक्षक से इस पूरे मामले की उच्च स्तरीय जांच और संबंधित दोषी पुलिसकर्मियों पर कार्यवाही की मांग की है.