धुलिया : संजय गांधी निराधार योजना : पीड़ित त्रस्त – कलेक्टर व्यस्त
धुलिया (वाहिद काकर ): सोमवार को जिलाधिकारी कार्यालय में कलेक्टर से मुलाकात करने के लिए बुजुर्गों का कई घंटे इंतजार करना पड़ा कलेक्ट्रेट में का दुखड़ा सुनने के लिए कोई अधिकारी सामने नही आया. बुजुर्गों ने जिलाधिकारी के प्रांगण में आंदोलन किया उसके बाद जिलाधिकारी कार्यालय के समक्ष दर्शक प्रतीक्षा गैलरी में ठिया आंदोलन किया
संजय गांधी निराधार योजना के तहत वरिष्ठ नागरिकों को प्रति माह सरकार एक हजार से गुजारा भत्ता अनुदान राशि पोस्ट ऑफिस के खातों में जमा कराती थी . सितंबर 2019 से सरकार ने नया अध्यादेश जारी कर सभी बुजुर्ग हितग्राहियों का पोस्ट ऑफिस का अकाउंट बंद कर नेशनलाइज बैंक में खाता खोलने का फरमान जारी किया था . अधिकांश बुजुर्गों के उंगलियों के निशान थम मशीन में नही आने के कारण नेशनल बैंक में अकाउंट खुलवाने में दुश्वारियां का सामना करना पड़ रहा है.
संजय गांधी निराधार योजना के वरिष्ठ नागरिकों के डाक अकाउंट खातों में गत अक्टूबर नवंबर दिसंबर और जनवरी माह तक अनुदान राशि नही मिली है.
4 महीनों से अनुदान नहीं मिलने के कारण अधिकांश बुजुर्ग महिला पुरुष विधाएं दिव्यांग और अन्य लोगों को भुखमरी का सामना करना पड़ रहा है. 70 साल के पार व्यक्तियों को बैंक की लाइनों में खड़े कराने पर उन्होंने रोष जताया है.
जिला अधिकारी देवराजन गंगाथरन को दुखड़ा सुनाने के लिए सैकड़ों निराधार व्यक्ति जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचे लेकिन योजना समिति की बैठक मंगलवार को होने के कारण गत मीटिंग का ब्यौरा की समीक्षा करने में कलेक्ट्रेट के सभी अधिकारी सुबह से बैठकों के दौर में व्यस्त थे दूसरी ओर वरिष्ठ नागरिक दो समय की रोटी की समस्या के समाधान निकालने घंटों कलेक्टर देवराजन गंगाथरन की राह तकते रहे.