पुणे ( विशाल चड्ढा ) – अकसर फिल्मों में ऐसा होता है कि माँ बेटा बिछड़ जाते हैं और वर्षों बाद बड़े ही नाटकीय ढंग से मिल जाते हैं. लेकिन यदि यह सब आज के आपाधापी भरे जीवन में किसी के साथ हो तो शायद उसकी ख़ुशी का ठिकाना नहीं रहेगा. ऐसा ही कुछ भावनात्मक वाकया घटित हुआ पुणे के पिंपरी चिंचवड़ के तलवडे परिसर में, जहां एक अपनी खोई हुई 80 वर्षीय माँ को पाकर माँ – बेटे की आँखों के झरझर बह रहे आंसुओं ने आसपास खड़े लोगों की आँखों को भी नम कर दिया. आंसुओं से भीगी यह दिवाली Diwali, Dampened by Tears, Brings Joyful Radiance to Faces शेगांव के गौतम आकाराम वानखड़े व उनकी माता जी लक्ष्मी आकाराम वानखेड़े के चेहरे पर ख़ुशी की रौनक ले कर आई.
क्या है मामला
लगभग डेढ़ वर्ष पूर्व 80 वर्षीय लक्ष्मी आकाराम वानखेड़े बुलढाणा के शेगांव से आलंदी में अपने बेटे से मिलने आयी थीं. उनका बेटा गौतम आकाराम वानखड़े आलंदी में मजदूरी करता हैं. गौतम की मां लक्ष्मी अचानक रास्ता भूल जाने के कारण लापता हो गई. चूंकि गौतम के पास उसकी मां की कोई तस्वीर नहीं थी, इसलिए गौतम ने पुलिस में गुमशुदगी की शिकायत दर्ज नहीं कराई. इसके बाद गौतम ने अपनी लापता मां के शेगांव वापिस चले जाने की संभावना मानकर घर की ओर रुख किया, किन्तु शेगांव में भी खोई हुई माँ के न मिलने पर वह तीन-चार महीने तक लगातार शेगांव और आलंदी, पुणे इलाके के बीच अपनी मां की तलाश करता रहा. लेकिन लक्ष्मी आकाराम वानखेड़े कहीं पर भी नहीं मिलीं.
इस बीच गौतम वानखड़े जब भी वह किसी बूढी महिला को देखता तो पास जाकर अपनी माँ को खोजने लगता और उसे निराशा ही हाँथ लगती. इस तरह से वह विगत डेढ़ वर्ष से अपनी मां की तलाश कर रहा था.
चालक की नज़र, तलवडे ट्रैफिक पुलिस की सतर्कता और मिल गईं माँ
विगत शनिवार,26 अक्टूबर को pune पुणे के आईटी पार्क चौक पर दिवाली की सतर्कता के लिए तलवड़े ट्रैफिक विभाग Talwade Traffic Police की नाकाबंदी जारी थी. उसी दौरान कार्रवाई के लिए रोके गए एक मोटर चालक ने पास में बैठी एक बेबस सी बुजुर्ग महिला को देखा और पहचानते हुए यातायात पुलिस कर्मी राजू भोसले को सम्बंधित महिला के बारे में जानकारी दी. चालक की जानकारी पर सजग होते हुए राजू भोसले ने आसपास पूछताछ की, जिससे जानकारी सामने आई कि सम्बंधित बुजुर्ग महिला लगभग डेढ़ वर्ष से आईटी पार्क चौक के कोने पर एक ठेले पर रह रही है. विगत डेढ़ वर्ष से ट्रैफिक पुलिस कर्मियों के अलावा तलवड़े आईटी पार्क, चाकण एमआईडीसी में जाने वाले मजदूर वर्ग ने इस वृद्ध महिला को समय-समय पर भोजन और कपड़े उपलब्ध कराए और दवा आदि उपलब्ध कराकर उनका इलाज भी कराया जा रहा था.
सारी बात समझते ही यातायात पुलिस कर्मी राजू भोसले ने सम्बंधित चालक से वृद्धा के बेटे गौतम वानखड़े का मोबाइल नंबर लिया और अपने वरिष्ठों को घटना की जानकारी दी. पिंपरी चिंचवड़ के ट्रैफिक विभाग के पुलिस उपायुक्त बापू बांगर के मार्गदर्शन में तलवड़े ट्रैफिक विभाग के सहायक निरीक्षक मधुकर थोरात की सहायता से पुलिस कांस्टेबल राजू भोसले ने बुजुर्ग महिला के बेटे गौतम को फोन लगाया व वृद्ध महिला की ऑनलाइन तस्वीर दिखाते हुए पुष्टि कर ली कि सम्बंधित महिला गौतम वानखेड़े की मां है. गौतम वानखेड़े भी तुरंत तलवडे आने के लिए निकल पड़े. तलवड़े यातायात पुलिस स्टेशन Talwade Traffic Police Station पहुँचते ही गौतम ने जैसे ही अपनी बिछड़ी हुई मां को देखा तो उसने उसे गले लगा लिया. वृद्धा ने भी अपने बेटे को पहचान लिया. दोनों फूट-फूट कर रोने लगे. यह दृश्य देखकर वहां मौजूद लोगों की आंखों से भी आंसू छलक पड़े.