– कोरोना बाधितों के संपर्क में आए 44 में से 25 व्यक्तियों के टेस्ट निगेटिव
पुणे (तेज समाचार डेस्क). शहर में कोरोना बाधित 5 लोगों का उपचार चल रहा है. इन व्यक्तियों के संपर्क में करीब 44 व्यक्ति आए थे. महापालिका प्रशासन व जिला प्रशासन उनकी तलाश कर रहा था. क्योंकि इन व्यक्तियों को भी इसकी बाधा होने की आशंका थी. प्रशासन उनतक पहुंच गया व उनके स्वैब टेस्ट के लिए लिए भेजे थे. राहत की बात यह है कि इन 44 में से 25 लोगों के टेस्ट निगेटिव आए हैं. ऐसी जानकारी महापौर मुरलीधर मोहोल ने पत्रकार परिषद में दी. इस वजह से पुणेवासियों को डरने की जरूरत नहीं है. ऐसी अपील भी महापौर ने इस अवसर पर की.
– स्वैब जांच के लिए भेजे गए थे एनआईवी
महापौर ने कहा कि कोरोना बीमारी ने राज्य समेत पुणे शहर को परेशान किया है. इसे रोकने के लिए पुणे व पिंपरी महापालिका, जिला प्रशासन व राज्य सरकार का स्वास्थ्य विभाग मिलकर काम कर रहा है. हाल ही में शहर में 5 लोगों पर कोरोना से संबंधित उपचार चल रहे हैं. साथ ही इन लोगों के संपर्क में जो भी व्यक्ति आए थे, उन्हें जांच के लिए प्रशासन द्वारा बुलाया जा रहा है. महापौर ने कहा कि अब तक डा. नायडू अस्पताल में दाखिल हुए करीब 44 लोगों के स्वैब एनआईवी यानी राष्ट्रीय विषाणू प्रयोगशाला के पास जांच के लिए भेजे गए थे. इन लोगों में प्रमुख 5 लोगों के संपर्क में आए हुए लोगों का समावेश है. एनआईवी के जांच में अनुसार 25 लोगों की टेस्ट निगेटिव आई है. इस वजह से अब पुणेवासियों को डरने की जरूरत नहीं है.
– महापालिका द्वारा दी जा रही सुविधाएं
ज्ञात हो कि कोरोना का सामना करने को लेकर हाल ही में महापौर, जिलाधिकारी व मनपा आयुक्त के बीच एक बैठक ली गई थी. इस अवसर पर महापालिका ने किए हुए तैयारी का ब्यौरा लिया गया. महापौर ने इस बारे में कहा कि कोरोना से लड़ने के लिए मनपा पूरी तरह से सज्ज हो गई है. डा. नायडू अस्पताल में सभी तरह की सुविधाएं दी गई है. साथ ही अब निजी अस्पतालों में भी ये सुविधा दी जाएगी. लेकिन उसके लिए नागरिकों ने सावधानी बरतना भी जरूरी है.
– 7 देशों के नागरिक ही आ पाएंगे पुणे में
महापालिका आयुक्त शेखर गायकवाड़ ने कहा कि आगामी काल में शहर में केवल 7 देशों के नागरिक आ सकेंगे. राज्य भर के विभिन्न जिलों से ये नागरिक विदेश गए थे. उन्हें शहर में लाया जाएगा. यहां उनके लिए जल्द ही सुविधा मुहैया कराई जाएगी. उसके लिए मनपा द्वारा जगह की तलाश की जा रही है. उन लोगों का यहां उपचार करने के बाद ही उन्हें अपने जगह छोड़ा जाएगा.