शिरपुर (तेज समाचार डेस्क). कांग्रेस की पहली सूचि में नाम न आने के कारण कांग्रेस के 6 नाराज विधायकों ने सोमवार को भाजपा में प्रवेश कर लिया. इनमें शिरपुर के काशीराम पावरा भी शामिल हैं. लेकिन काशीराम पावरा के भाजपा में आने से भाजपा के वे कार्यकर्ता नाराज है, जो उम्मीदवारी की उम्मीद लगाए वर्षों से इंतजार कर रहे थे और इसके लिए पूरी जी जान से मेहनत भी कर रहे थे. लेकिन सोमवार को काशीराम पावरा के भाजपा में शामिल होने से शिरपुर तहसील की राजनीति का समिकरण पूरी तरह से बदल गया है.
– पिछले 5 वर्षों से इंतजार
ज्ञात हो कि भाजपा के कर्मठ कार्यकर्ता डॉ. जितेंद्र ठाकुर पिछले पांच वर्षों से विधानसभा की उम्मीदवारी के लिए संघर्ष कर रहे थे. उनके काम को देखते हुए पूरे शिरपुर तहसील को विश्वास है कि इस बार भाजपा की ओर से उन्हें ही उम्मीदवारी मिलेगी. डॉ. जितेंद्र ठाकुर ने पिछले पांच वर्षों में अपने समर्थकों के साथ पूरी तहसील में जनसंपर्क किया है और लोगों का विश्वास भी जीता है. लेकिन भाजपा में हो रही मेगा भर्ती से भाजपा के इच्छुकों में बेचैनी का माहौल है.
– काशीराम पावरा के आने से बिगड़ा समिकरण
सोमवार को काशीराम पावरा के भाजपा में शामिल होने से डॉ. ठाकुर और उनके समर्थकों में तीव्र नाराजगी देखी जा रही है. इसी नाराजगी के चलते और अपने टिकट के लिए संघर्ष के तहत उन्होंने शहर के शंकर माली लॉन में अपने समर्थकों का एक सम्मलेन भी आयोजित किया. अपनी उम्मीदवारी बचाने के लिए अंतिम प्रयास के रूप में डॉ. जितेंद्र ठाकुर अपने करीबी पदाधिकारियों के साथ दोंडाइचा के जयकुमार रावल के पास रवाना हुए है.
– अब क्या होगा?
अब देखना यह है कि भाजपा अपने कर्मठ कार्यकताओं की मेहनत का प्रतिफल देते हुए उन्हें उम्मीदवारी देती है या फिर दूसरी पार्टी से आयात लोगों को टिकट दे कर अपने करीबी कार्यकर्ताओं को नाराजगी का चोला पहनाती है.