शिरपुर (तेज समाचार प्रतिनिधि): आर सी पटेल अभियांत्रिकी महाविद्यालय के उप प्राचार्य डा. प्रमोद जगन देवरे को अभियांत्रिकी क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य के लिए द इंस्टिट्यूट आफ इंजीनियरिंग की नाशिक शाखा की ओर से इंजीनियरिंग अचीवमेंट परस्कार दे कर सम्मानित किया गया. नाशिक स्थित होटल गेटवे में संपन्न समारोह में हैदराबाद के सुप्रसिध्द उद्योगपति व वरिष्ठ विशेषज्ञ एवं नेसकाम के पूर्व अध्यक्ष पद्म श्री डा. बीवीआर मोहन रेड्डी ने पुरस्कार देकर डा. देवरे का सम्मान किया. इस समय द इंस्टिट्यूशन आफ इंजीनियर्स की नाशिक शाखा के अध्यक्ष सुमित खिवसरा, मानद सचिव समीर कोठारी, सह सचिव दीपक पंजाबी, आयोजक समिति के अध्यक्ष मनीष कोठारी, पुरस्कार चुनाव समिति के अध्यक्ष रणजीत हांडे के साथ औद्योगिक व तकनीक क्षेत्र के अनेक लोग उपस्थित थे.
द इंस्टीट्यूट आफ इंजीनियर्स इंडिया भारत की अभियांत्रिकी राष्ट्रीय संस्था है. इसकी स्थापना 1920 में पश्चिम बंगाल के कोलकाता में हुई थी. संस्था के भारत में 12 केंद्र कार्यरत हैं. इसके देश और विदेश में 10 लाख से अधिक सभासद हैं. इसकी अभियांत्रिकी और तंत्रज्ञान के क्षेत्र में विश्व में सबसे बड़ी बहु आयामी इंजीनियरिंग व्यावसायिक संस्था के रूप में पहचान बन चुकी है. संस्था के प्रमुख केंद्रों में से एक नाशिक केंद्र की स्थापना 1984 में हुई थी. इस केंद्र में आज 2500 से अधिक कार्पोरेट मेंबर व लगभग 9500 टेक्निशियन सभासद हैं. अभियांत्रिकी और तंत्रज्ञान के क्षेत्र में नई संकल्पना और शोध को प्रोत्साहन मिले, इसलिए इस संस्था द्वारा उल्लेखनीय कार्य करने वाली हस्तियों को विविध पुरस्कार दिये जाते हैं. यह संस्था हर वर्ष अभियंता दिवस के मौके पर अभियांत्रिकी, शैक्षणिक क्षेत्र, अध्यापन, प्रशासन और शोध कार्य में उल्लेखनीय व विशेष योगदान के लिए पुरस्कार देती है. इस वर्ष संस्था ने शिरपुर स्थित आरसी पटेल अभियांत्रिकी महाविद्यालय के उप प्राचार्य डा प्रमोद जगन देवरे को इंजीनियरिंग अचीवमेंट पुरस्कार देकर गैरवान्वित किया.
डा. प्रमोद देवरे को अभियांत्रिकी शैक्षणिक क्षेत्र में अध्यापन का लंबा अनुभव है. महाविद्यालयीन स्तर पर उत्कृष्ट अध्यापन कार्य के साथ कार्यालयीन प्रशासन व प्रयोग शाला को अत्याधुनिक बनाने में देवरे का विशेष योगदान है. डा. देवरे ने तालुका स्तर पर देश के आईआईटी बाम्बे और आईआईटी खडगपुर व मद्रास की सुप्रसिद्ध संस्था से समन्वयन स्थापित कर इस केंद्र की स्थापना की. डा देवरे कवियत्री बहिणाबाई चौधरी उत्तर महाराष्ट्र विद्यापीठ से पीएचडी के लिए अभी तक 3 प्राध्यापकों का मार्गदर्शन कर उन्हें पदवी दिलायी. साथ ही 5 विद्यार्थी शोधरत हैं.अभियांत्रिकी व तंत्रज्ञान के विविध विषय पर डा देवरे की 9 पुस्तकें एवं शोध निबंध प्रकाशित हो चुके हैं.
डा. देवरे को मिले इस पुरस्कार के लिए शिरपुर एज्यूकेशन सोसायटी के अध्यक्ष अमरीश भाई पटेल, कार्याध्यक्ष भूपेश भाई पटेल, उपाध्यक्ष राजगोपाल भंडारी, संचालक तपनभाई पटेल, पूर्व कुलगुरु डा. केवी पाटिल, प्रचार्य डा जेबी पाटिल, विभाग प्रमुख प्रा. सुहास शुक्ल, डा. नितिन पाटिल, प्रा. पीएल सोरदे, प्रो. जीवी तपकिरे, प्रा. विजय पाटिल, ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट आफिसर प्रा. मिल्केश जैन महाविद्यालय के कुल सचिव प्रशांत महाजन के साथ सभी शिक्षक एवं शिक्षकेत्तर सहयोगियों ने उनका अभिनंदन किया.