नई दिल्ली (तेज समाचार डेस्क): केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने मंगलवार को कहा कि रामायण एक ऐसा ग्रंथ है, जिसने व्यक्तिगत, सामाजिक, धार्मिक, सांस्कृतिक और राष्ट्रीय सीमाओं को पार कर पूरे विश्व को संदेश दिया है। उन्होंने लोगों से रामायण के मूल्यों को अपने जीवन में अपनाने और एक आदर्श इंसान बनने का प्रयास करने की भी अपील की।
केंद्रीय गृहमंत्री मंगलवार को नई दिल्ली में भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद (आईसीसीआर) द्वारा आयोजित 5वें अंतरराष्ट्रीय रामायण महोत्सव के उद्घाटन के अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। शाह ने कहा कि रामायण सदियों पुरानी भारतीय संस्कृति का खजाना है और दुनिया की सभी समस्याओं का समाधान है। यह एक आदर्श मानव के जीवन और मूल्यों पर महर्षि वाल्मीकि द्वारा एक अद्वितीय रचना है। यह मानव जीवन की ऊंचाई और चढ़ाव को खूबसूरती से चित्रित करता है और जीवन में कठिन परिस्थितियों से उत्पन्न नैतिकता और नैतिकता पर सवालों के जवाब देता है।
शाह ने कहा कि रामायण इससे आगे निकलता है और यहां तक कि इसमें सुशासन, युद्ध की कला, विज्ञान और प्रौद्योगिकी, महिलाओं की गरिमा की रक्षा, दूसरों के बीच, शास्त्र में विभिन्न पात्रों के बीच बातचीत के माध्यम से कठिन अवधारणाओं की व्याख्या की गई है।
गृह मंत्री ने कहा कि आईसीसीआर की स्थापना पूरी दुनिया में भारतीय संस्कृति और उसके मूल्यों के प्रचार की दृष्टि से की गई थी। उन्होंने कहा कि रामायण उत्सव के आयोजन के अलावा इस दृष्टिकोण को महसूस करने का कोई और बेहतर तरीका नहीं हो सकता।
शाह ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय रामायण महोत्सव लगातार 5वें वर्ष आयोजित किया जा रहा है। इस दौरान 17 देशों ने अपने कलाकारों के साथ भाग लिया और रामायण के अपने संस्करणों का प्रतिपादन किया। अंत में शाह ने आईसीसीआर को भारतीय संस्कृति और इसके एम्बेसडर ‘रामायण’ को पूरी दुनिया में ले जाने के लिए बधाई दी ।