वाहिद काकर ब्यूरो चीफ धुळे/ नंदूरबार :विपक्ष द्वारा धुलिया महानगर पालिका चुनाव मे EVM हैकिंग के आरोपो का सामना कर रहीं भाजपा के खिलाफ़त मे उठा मुखर विरोध का गुबार अचानक थम सा गया है . जिससे भाजपा को फ़िलहाल काफी राहत मिली है तो वहि इन सब गतविधीयो के दौरान EVM हैकिंग के लिए कि गयी ठगी कि साफ सुथरी खबरे जो मिडीया मे चल रही थी वह भी बगैर जांच के किसी पर कोई आंच आने से पहले हवा हो गयी है !
लोकल मिडीया सोर्सेस के रिपोर्टिंग के मुताबीक धुलिया निकाय का चुनाव हार चुके कुछ प्रत्याशीयो ने पार्टी विशेष तत्वो पर आर्थिक ठगी का आरोप लगाकर जलगांव जनपद मे खुब हो हल्ला मचाया था और इस मामले मे संलिप्त अभियुक्तो के साथ हुई फ़ोन कॉल रिकोर्डिंग को बतौर सबुत पेश करने का दावा किया था . जानकारो कि राय मे इस पुख्ता जानकारी के आधार पर शायद कथित EVM कांड का परदा फ़ाश करने का सुनहरा मौका उस विपक्ष ने गंवा दिया जिसका आरोप वह भाजपा पर लगाते आ रहा है ।
बहरहाल पूरे मामले मे EVM कांड वह कडी यानी चर्चीत फ़ोन कॉल रिकोर्डिंग आखिर कहा बिखर गयी ? क्यो कि ना ठगी से पिडीतो कि उफ़ सुनायी दे रही है और ना ही ठगसेनो के वह ठहाके जिनके श्रवण से विपक्ष ना सही कम से कम जमुरीयत के प्रहरी तो जाग जाते .
इन जैसे सैकडो सवालो के बिच कथित रिकोर्डिंग रोचकता का विषय बनी हुई है जिसका जिक्र अब शायद किसी काल्पनीक किस्से कहानियो के लिए रह चुका होगा .