• ABOUT US
  • DISCLAIMER
  • PRIVACY POLICY
  • TERMS & CONDITION
  • CONTACT US
  • ADVERTISE WITH US
  • तेज़ समाचार मराठी
Tezsamachar
  • Home
  • देश
  • दुनिया
  • प्रदेश
  • खेल
  • मनोरंजन
  • लाईफस्टाईल
  • विविधा
No Result
View All Result
  • Home
  • देश
  • दुनिया
  • प्रदेश
  • खेल
  • मनोरंजन
  • लाईफस्टाईल
  • विविधा
No Result
View All Result
Tezsamachar
No Result
View All Result

ठीक पचास वर्ष पूर्व प्रारंभ हुई थी विश्व के सबसे बडे लोकतंत्र का गला घोटने की प्रक्रिया

ऐतिहासिक निर्णय के पचास वर्ष

Tez Samachar by Tez Samachar
June 12, 2025
in Featured, देश, विविधा
0
ठीक पचास वर्ष पूर्व प्रारंभ हुई थी विश्व के सबसे बडे लोकतंत्र का गला घोटने की प्रक्रिया

आज ही के दिन, तत्कालीन प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी को, इलाहाबाद उच्च न्यायालय के न्यायमूर्ति श्री जगमोहन सिन्हा Justice Jagmohan Sinha ने, चुनाव मे भ्रष्ट तरीके अपनाने के आरोप मे दोषी ठहराया था.

१९७१ का लोकसभा चुनाव, इंदिरा गांधी ने रायबरेली से लडा था. उनके विरोध मे चुनाव लडने वाले राजनारायण ने, इंदिराजी पर चुनाव मे भ्रष्ट तरीके अपनाने का आरोप लगाते हुए, उन्हे कोर्ट मे खींचा था. पचास वर्ष पहले, आज ही के दिन, न्यायमूर्ति सिन्हा ने Representation of People Act 1951 की धारा 123 (7) के अंतर्गत, इंदिरा गांधी को Corrupt Practices के लिए दोषी माना था. इस भ्रष्ट आचरण के लिए इंदिरा गांधी का चुनाव रद्द करते हुए उन पर, छह वर्ष के लिए चुनाव लडने के लिए अयोग्य घोषित किया था. इंदिरा गांधी पर सरकारी मशिनरी के दुरुपयोग Misuse of government machinery का आरोप था, जो कोर्ट मे सिध्द हुआ था.

यह एक ऐतिहासिक निर्णय था. कानून के सामने सब समान हैं, यह न्यायमूर्ति सिन्हा ने बडे साहस और निर्भिकता के साथ साबित किया था.

देश के प्रधानमंत्री का निर्वाचन, भ्रष्ट आचरण Corrupt practices in election के कारण रद्द हुआ था. उन्हे किसी भी चुनाव लडने के लिए अपात्र घोषित किया था. स्वाभाविकतः उन्हे प्रधानमंत्री पद से त्यागपत्र देना चाहिए था. कांग्रेस के किसी नेता को अल्पकाल के लिए, अस्थाई प्रधानमंत्री बनाकर, सर्वोच्च न्यायालय के निर्णय की प्रतिक्षा करनी थी. यही कानून की अपेक्षा थी. यही नैतिकता थी.

किंतू इंदिरा गांधी ने इसमे से कुछ भी नही किया. उन्होने ऐसा कदम उठाया कि भारत का लोकतंत्र कलंकित हो गया. डॉ बाबासाहब आंबेडकर व्दारा बनाए गए संविधान को तार-तार किया गया. संविधान को तोडा, मरोडा, झुकाया गया. लोकतंत्र का गला घोटा गया..!

उच्च न्यायालय Allahabad High Court verdict ने चुनाव के लिए अयोग्य घोषित करने के बावजूद भी, इस्तिफा नही देने के इंदिराजी के निर्णय की परिणीती हुई आपात्काल लगाने मे..!

                                                                – प्रशांत पोळ

Tags: 1971 Rae Bareli electionAllahabad High Court verdictCorrupt practices in electionEmergency 1975Indira Gandhi election annulmentJustice Jagmohan SinhaRepresentation of People Act 1951
Previous Post

गांधी रिसर्च फाउंडेशन, जैन हिल्स में उत्साहपूर्वक मनाया गया  विश्व पर्यावरण दिवस

Next Post

इतिहास के कुछ सबसे भीषण और जानलेवा विमान हादसों की कहानी

Next Post
इतिहास के कुछ सबसे भीषण और जानलेवा विमान हादसों की कहानी

इतिहास के कुछ सबसे भीषण और जानलेवा विमान हादसों की कहानी

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

  • Disclaimer
  • Privacy
  • Advertisement
  • Contact Us

© 2025 JNews - Premium WordPress news & magazine theme by Jegtheme.

No Result
View All Result
  • Home
  • देश
  • दुनिया
  • प्रदेश
  • खेल
  • मनोरंजन
  • लाईफस्टाईल
  • विविधा

© 2025 JNews - Premium WordPress news & magazine theme by Jegtheme.