– नगराध्यक्ष जयश्रीबेन पटेल किया उद्घाटन – शहर को स्वच्छ रखना सभी नागरिकों का कर्त्तव्य
शिरपुर (तेज समाचार प्रतिनिधि). 2014 में देश में भाजपा की सरकार बनने के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने राष्ट्रीय स्तर पर स्वच्छता मुहिम चलाई है. मोदी ने इस मुहिम से देश के अनेक सेलिब्रिटियों को जोड़ा और बड़े पैमाने पर जनजागृति अभियान चलाया. इसके साथ ही अपने शहर को देश का नंबर वन स्वच्छ शहर बनाने के लिए स्वच्छ शहर प्रतियोगिता भी केन्द्र सरकार की ओर से चलाई जा रही है. प्रधानमंत्री के इस अभिनव उपक्रम को सभी शहर की नगरपालिकाओं ने भी अच्छा प्रतिसाद दिया और बड़े पैमाने पर स्वच्छता उपक्रम चलाए जा रहे हैं.
– स्वच्छता की ली गई शपथ
शिरपुर भी इस उपक्रम में दो कदम आगे ही है. यहां नगरपालिका की ओर से शहर को स्वच्छ बनाने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं. इसी कड़ी में शिरपुर की नगराध्यक्ष जयश्रीबेन पटेल की संकल्पना से शिरपुर नगर परिषद में देश का पहला स्वच्छता मंदिर का निर्माण किया गया. इस मंदिर का उद्घाटन मंगलवार को नगराध्यक्ष जयश्रीबेन पटेल के हाथों किया गया. इस समय उपस्थित हजारों नागरिकों को जयश्रीबेन पटेल ने स्वच्छता की शपथ दिलाई साथ ही रोज स्वच्छता का मंत्र जपने की अपील भी की.
– इनकी रही उपस्थिति
इस अवसर पर नगराध्यक्ष जयश्रीबेन पटेल सहित मुख्याधिकारी अमोल बागुल, नगरसेवक हेमलता गवली, नगरसेवक नाजेराबी शेख, नगरसेवक देवेंद्र राजपूत, नगरसेवक सलीम खाटिक, नगरसेवक संजय कोली, बाजार समिति सभापति नरेंद्रसिंह सिसोदिया, संचालक अविनाश पाटिल, प्रशासकीय अधिकारी संजय हासवानी, नगर अभियंता माधवराव पाटिल, अमरीशभाई पटेल, सीबीएसई स्कूल के प्राचार्य निश्चल नायर, भाईदास भोई, जयवंत माली, विविध सेवाभावी संस्थाओं के पदाधिकारी, राजू ठाकुर, स्वच्छता निरीक्षक जितेंद्र अहिरे, सागर कुलकर्णी, प्रमोद अहिरे, दीपाली सालुंके, जगदीश, संगीता थोरात, पूर्णिमा पाठक, श्रीजी इवेट मैनेजमेंट के पदाधिकारी, प्रमोद अहिरे, सुषमा पवार, भावना कलंकार, नगर परिषद के सभी विभाग प्रमुख, अधिकारी, कर्मचारी बड़ी संख्या में उपस्थित थे.
– स्वच्छता में 34वें स्थान पर होना गर्व की बात : बागुल
मुख्याधिकारी अमोल बागुल ने अपने संबोधन में कहा कि अपने शहर को स्वच्छ रखना सिर्फ नगरपरिषद की ही जिम्मेदारी नहीं है, बल्कि इस शहर के प्रत्येक नागरिक का यह कर्त्तव्य है. हमें गर्व है कि स्वच्छ भारत अभियान में हम देश में 3४वें स्थान है और हमारा प्रयास शिरपुर को प्रथम 10 में शामिल करना है. उन्होंने कहा कि नगरपरिषद की श्रेणी में लगातार पुरस्कार प्राप्त करनेवाली नगरपरिषदों में शिरपुर का शामिल होना गर्व की बात है. स्वच्छभारत अभियान में व्यापारी, महिला, युवक, युवती, विद्यार्थी, स्कूल, बाजार समिति, स्मार्ट गृहिणी जैसे लगभग सभी घटकों ने हिस्सा लिया.
– कचरा निर्माण करनेवाला प्राणी है मनुष्य
मुख्याधिकारी अमोल बागुल ने आगे कहा कि मनुष्य कचरा निर्माण करनेवाला प्राणी है, लेकिन उसे स्वच्छता पसंद है. इसलिए स्वयं द्वारा निर्माण किए गए कचरे का निर्मूलन करने का काम भी मनुष्य का ही है. बागुल ने कहा कि यदि हमारा शहर, हमारा घर स्वच्छ रहेगा, तो निश्चित ही हम सभी स्वस्थ भी रहेंगे. इसलिए नागरिकों से आग्रह है कि वे कचरा सड़क पर या अन्यत्र न फेंके.
– स्वच्छता से ही समृद्धि
बागुल ने आगे कहा कि जहां स्वच्छता होगी, वहीं समृद्धि होगी. दिवाली के समय झाडू की पूजा करने की हमारी परंपरा है. यह इस बात का संदेश है कि हमें रोज साफसफाई करनी चाहिए. आज इस देश के पहले स्वच्छता मंदिर में हम सभी संकल्प करें कि आज से हम अपने शहर को पूरी तरह से स्वच्छ रख कर स्वच्छता अभियान में प्रथम आने का प्रयास करेंगे.
– स्वच्छता पुरस्कारों का वितरण
इस अवसर पर स्वच्छता बाबत विविध पुरस्कारों का वितरण किया गया. बाजार समिति, ए. आर. पटेल सीबीएसई स्कूल, सपना होटल, सतगुरु हॉस्पिटल, उत्कृष्ट कार्यालय शिरपुर वरवाडे नगर का इस समय सम्मान किया गया. इसके अलावा नगरपरिषद की ओर से आयोजित विविध प्रतियोगिताओं के विजेताओं को भी स्मृतिचिन्ह व प्रशस्ती पत्र देकर सम्मनित किया गया.
कार्यक्रम की प्रस्तावना दीपाली सालुखे ने, सूत्र संचलन प्रमोद अहिरे और संजय हासवानी ने आभार व्यक्त किया.