पुणे (तेज समाचार डेस्क). प्रतिबंधित संगठन सीपीआई के सेक्रेटरी कोनाथ मुरलीधरन की चार साल बाद येरवड़ा जेल से रिहाई हो गई. सुप्रीम कोर्ट द्वारा जमानत देने के बाद उसे रिहा किया गया. उसे लेने के लिए उसका परिवार और कार्यकर्ता जेल के बाहर उसकी प्रतीक्षा कर रहे थे. कोनाथ मुरलीधरन उर्फ थॉमस जोसेफ उर्फ सनी उर्फ स्कारिया उर्फ राजेंद्रन उर्फ गोपी उर्फ विजयन उर्फ राघवन उर्फ अजीत कन्नमपिल्लाई कर्नकरम मेनन (61, तुकारामनगर, तलेगांव दाभाड़े, माल, मूल एर्नाकुलम केरल निवासी) ऐसे कई नामों से वह पहचाना जाता है. उसके साथी इस्माइल हमजा सिपी उर्फ जेम्स मैथ्यू (तलेगांव दाभाड़े, मूल मलपुरम, केरल निवासी) की जमानत अर्जी स्पेशल कोर्ट द्वारा मंजूर होने के बाद वह भी जेल से बाहर आएगा. वह कोनाथ का असिस्टेंट था.
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इसके अलावा संजय दीपक राव के खिलाफ भी मामला दर्ज किया गया था. एटीएस के इंस्पेक्टर अनिल बाबूराव शेवाले ने शिकायत दर्ज की थी. कोनाथ और सिपी को संदिग्ध गतिविधियां करते समय एटीएस ने 8 मई 2015 को तलेगांव दाभाड़े से गिरफ्तार किया था. जेल में 3 साल बिताने के बाद खराब स्वास्थ्य का हवाला देते हुए जमानत हेतु आवेदन पेश किया था. पहले हाईकोर्ट और बाद में सुप्रीम कोर्ट ने उसकी जमानत अर्जी मंजूर कर दी थी. इससे वह जेल से बाहर आ गया.