जलगांव ( तेजसमाचार संवाददाता ) – Naukri.com ऑनलाइन वेबसाइट के माध्यम से बेरोजगार को ठगने वाला साइबर चोर जलगांव साइबर पुलिस की संजीदगी से गिरफ्त में आ गया । नई दिल्ली के उत्तम नगर इलाके से पकड़े गए इस साइबर चोर के पास से पुलिस ने ठगे गए ₹93000 बरामद किए।
प्राप्त जानकारी के अनुसार जलगांव तहसील के म्हसावद गांव के रहने वाले सचिन संतोष मराठे ने अपने साथ हुई ऑनलाइन ठगी की शिकायत दर्ज कराई ।
बेरोजगार युवक सचिन संजय मराठे यह नौकरी की तलाश में था, और उसने naukri.com वेबसाइट पर नौकरी प्राप्त करने के लिए रजिस्ट्रेशन किया। रजिस्ट्रेशन करने के उपरांत विगत दिनांक 22 अगस्त 2018 से 22 अक्टूबर 2018 के मध्य सचिन मराठे को उसके मोबाइल पर अलग-अलग मोबाइल क्रमांक से फोन आए । बार-बार फोन करने वालों ने अपने नाम रवि सिंह, करण भाटपुर, संग्राम भालेराव, करण लूथरा ,अनुभूति तनेजा अनिल सिंह व श्रेया बताया ।
महसावद के रहने वाले सचिन मराठे को एचडीएफसी बैंक में नौकरी देने का झांसा देते हुए उसे फिर से रजिस्ट्रेशन ऑनलाइन साक्षात्कार लैपटॉप केट वह प्रोसेसिंग फीस के नाम पर लेनदेन करने की बात की । सचिन मराठे ने नौकरी पाने की अभिलाषा के चलते पंजाब नेशनल बैंक व सिंध बैंक में ₹93000 जमा भी कर दिए ।
यह रकम खाते में जमा होने के बाद सचिन मराठे को संबंधित लोगों ने एचडीएफसी बैंक का एक नियुक्ति पत्र भी भेज दिया, किंतु उस नियुक्ति पत्र के माध्यम से नौकरी ना मिलने की हालत में सचिन मराठे को समझ में आ गया कि उसके साथ धोखाधड़ी हो गई है। घटना समझते ही सचिन मराठे ने जलगांव के साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन में जाकर अपराध क्रमांक 5 – 1/ 19 के अंतर्गत साइबर क्राइम की धाराओं के अनुरूप मामला दर्ज किया।
पुलिस अधीक्षक डॉ प्रवीण मुंडे के मार्गदर्शन में साइबर पुलिस निरीक्षक बलीराम हीरे व उनके सहयोगी पुलिस उपनिरीक्षक अंगद नेमाने ने जांच प्रारंभ की। जांच के दौरान शिकायतकर्ता सचिन मराठे को प्राप्त हुए ईमेल, मोबाइल क्रमांक, बैंक खातों का अध्ययन किया गया । इस जांच में पुलिस ने उत्तम नगर नई दिल्ली का रहने वाला विक्रम यादव उर्फ अनिल कुमार, चंदौली उत्तर प्रदेश वर्तमान में नवादा नई दिल्ली का रहने वाला राहुल मदन लाल चौरसिया के नामों के बारे में पुष्टि हुई ।
संबंधित साइबर चोर शातिर होने की बात ध्यान में आते ही पुलिस उपनिरीक्षक अंगद नेमाने उनके सहयोगी सहायक फौजदार बालकृष्ण पाटिल, पुलिस हेड कांस्टेबल प्रवीण बाग, पुलिस नाइक दिलीप चिंचोले, पुलिस कांस्टेबल श्रीकांत चौहान, दीपक सोनोने व गौरव पाटिल ने दिल्ली की ओर रुख किया । दो दिन तक गुप्त रूप से दिल्ली में रहते हुए संबंधित अपराधियों पर पकड़ बनाना प्रारंभ किया । इन सब कार्यों के लिए पुलिस हेड कांस्टेबल व साइबर एक्सपर्ट नरेंद्र वारूले ने अपनी जांच के माध्यम से तकनीकी सहयोग प्रारंभ रखा।
अंत में पुलिस ने सफलता प्राप्त करते हुए अनिल कुमार पिता सुरेश कुमार उर्फ विक्रम यादव को नई दिल्ली के रणहोला परिसर से हिरासत में लिया । उसे 23 जनवरी को गिरफ्तार कर जलगांव लाया गया । अनिल कुमार यादव उत्तम नगर में एक फेक कॉल सेंटर चलाने की जानकारी पुलिस को हासिल हुई । अनिल उर्फ विक्रम के पास से एचडीएफसी के बनावट नियुक्ति पत्र, एक मोबाइल, आरबीएल व इंडसइंड बैंक के खाते व एटीएम कार्ड आदि प्राप्त हुए । जलगांव साइबर क्राइम पुलिस के इस दस्ते ने त्वरित ही सचिन मराठे द्वारा बैंक में डाले गए ₹93000 विक्रम यादव के पंजाब एंड सिंध बैंक खाते से फ्रीज किए । आरोपी विक्रम यादव को जलगांव न्यायालय में प्रस्तुत किया गया न्यायालय ने आरोपी को 28 जनवरी तक पुलिस हिरासत में भेज दिया