जामनेर (नरेंद्र इंगले). बबलू भंसाली , सुनील झंवर , समेत अपने कार्यकर्ताओं के नाम पर BHR बैंक की करोड़ों रुपयों की संपत्तियों को कौड़ियों के दाम में खरीदकर पूर्व मंत्री गिरीश महाजन ने बैंक के 90 हजार निवेशको को सड़क पर लाकर खड़ा कर दिया है. मैने इस मामले से जुड़े सभी दस्तावेज आर्थिक अपराध शाखा पुणे को सौंप दिए है, जिसकी जांच चल रही है. BOT मार्केट प्रोजेक्ट निर्माण में महाजन और श्रीराम खटोड़ ने गैरकानूनी तरीके से 200 करोड़ रुपया ब्लैक मनी कमाया है. किसान संघ की जमीन हड़पने के लिए महाजन ने विपक्ष पर झूठे मुकदमे दर्ज करवाए. आज उस जमीन पर शॉपिंग मार्केट बनाया जा रहा है, जिसमें श्रीराम खटोड़ ठेकेदार है. वहां भी ब्लैक मनी बनाया जाना है. समाजसेवा का ढोल पीटने वाले महाजन ने देवेंद्र फडणवीस के प्रभाव का दुरुपयोग कर GM अस्पताल के नाम पर उद्यमियों से CSR फंड के जरिये करोड़ों रुपयों का निधि जमा कर उसका गबन किया है. जामनेर तालुका एजुकेशन सोसायटी इस संस्था पर कब्जा जमाने के लिए हमारे संचालकों पर झूठे फौजदारी मामले फाइल किए गए इसके लिए तत्कालीन पुलिस निरीक्षक नजीर शेख ने महाजन का पंटर बनकर काम किया.
सुरेश जैन बैंक में ऑडिटर के जरिये हमारे संचालकों को फर्जी मामलों में फंसाया गया. मैं BHR के सभी निवेशकों को अपील करता हूँ कि वह 26 जनवरी को जामनेर मे पधारे. हम सब मिलकर न्याय के लिए लड़ेंगे और BHR में जमा निवेशकों की संपत्ति को कौड़ियों के दाम में लूटने वाले खरीदारों के घरों के बाहर घंटानाद करेंगे. इस तरह का आवाहन करते हुए जामनेर के पूर्व नगराध्यक्ष पारस ललवाणी ने विधायक गिरीश महाजन पर ताबड़तोड़ हमले किए है. ललवाणी के निवास पर आयोजित इस संवाददाता परिषद को कवर करने के लिए तमाम मीडिया उमड़ पड़ा था. सत्ता सत्तापक्ष के मंत्री और समर्थकों का सेफ्टी वॉल्व होता है, फिर चाहे सत्ता किसी भी पार्टी की हो. महाराष्ट्र में ठाकरे सरकार को एक साल पूरा हो चुका है. इसी बीच विपक्षी भाजपा नेताओं की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं.
किसी समय भाजपा के संकटमोचक कहे जाने वाले महाजन पर उनके विपक्षियों द्वारा लगाए जाने वाले आरोप जो जांच के दायरे में है, उनका राजनीतिकरण हो चुका है और मीडिया ट्रायल भी शुरू हो गया है . जागृत मीडिया द्वारा पाठक और दर्शक TRP, RRP के पैमाने पर नापा जाएगा.