पुणे (तेज समाचार डेस्क). सराफा व्यापारी को लूटनेवाली गैंग को पुणे ग्रामीण की एलसीबी टीम ने गिरफ्तार किया है. 31 दिसंबर 2018 को सराफा व्यापारी को हथियार का धाक दिखाकर 1 करोड़ 9 लाख 45 हजार 940 रुपए का माल लूट लिया गया था. यह मामला रायगड पुलिस स्टेशन में दर्ज कराया गया था. इस मामले में पुलिस ने पांच लोगों को गिरफ्तार कर उनसे ढाई किलो सोना और 10 किलो चांदी बरामद की है.
– सर्राफ को लूटा था
– सर्राफ को लूटा था
पिछले साल किरण मोहनलाल सोलंकी नामक व्यापारी को तब लूट लिया गया जब वह अपनी कार से मौजे कुरंगवाडी गांव से पुणे की ओर जा रहे थे. दो बाइक पर आये चार अज्ञात लोगों ने एक्सीडेंट का बहाना कर सोलंकी को जबरदस्ती कार में बैठाकर वांगणी फाटा से कुसगांव की ओर ले गए. वहां ले जाकर उनके साथ मारपीट की और कोयता की धाक दिखाकर कैश 1 लाख 50 हजार रुपए, 3 किलो 396.5 ग्राम सोने के गहने व 8 से 10 किलो के चांदी के गहने जबरदस्ती चोरी करके फरार हो गए थे.
– 91.08 लाख का माल जब्त
– 91.08 लाख का माल जब्त
पुलिस ने इस मामले में पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है. उनके नाम कैलास लक्ष्मण धरपाले (27), ऋषभ उर्फ मुन्ना विकास भगत (23), बापू बालू भोसले (26), गोकुल उर्फ बापू सखाराम खुले (29) और निलेश पांडुरंग डिंबले (27) है. इन सभी ने सराफा व्यापारी की पहले रेकी की थी, यह जिस दिशा में जा रहे थे, उनका पीछा कर उनको लूट लिया था. पुलिस ने आरोपियों के पास 91 लाख 8 हजार 640 रुपए का माल जब्त किया है, जिसमें 2 किलो 720 ग्राम सोना व 10.301 किलो चांदी जब्त की है. तकनीकी विश्लेषण करके आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है.
पुणे ग्रामीण पुलिस अधीक्षक संदीप पाटिल, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक संदीप पखाले, उप विभागीय पुलिस अधिकारी आण्णासाहेब जाधव ने घटनास्थल में जाकर राजगड पुलिस स्टेशन व स्थानिक अपराध शाखा के पुलिस निरीक्षक पद्माकर धनवट को जांच के आदेश दिए थे. स्थानिक अपराध शाखा के पुलिस कर्मचारी सचिन गायकवाड ने तकनीकी विश्लेषण के जरिए आरोपियों की जानकारी हासिल की थी और साथ ही खबरी द्वारा आरोपियों के बारे में जानकारी प्राप्त हुई थी.
सहायक पुलिस निरीक्षक गणेश क्षीरसागर, सहायक फौजदार सुनील बांदल, सहायक फौजदार दत्तात्रय गिरमकर, पुलिस हवालदार गणेश क्षीरसागर, पुलिस नाईक पोपट गायकवाड, चंद्रशेखर मगर, अक्षय कांबले की टीम, दूसरी टीम में पुलिसकर्मी महेश मुंढे, राजेंद्र थोरात, मोरेश्वर इनामदार, पुलिस मित्र अन्सार कोरबु, अक्षय नवले और तीसरी टीम पुलिस कर्मी राम घोंडगे, दयानंद लिमण, चंद्रकांत झेंडे, जगदीश शिरसाठ, राजेंद्र चंदनशील, नितीन भोर, नवले की टीम ने कार्रवाई की.