निरभ्र निर्भय ने वितरीत किया LGBTQ समुदाय को सहायता पैकेज : सरकारी सहायता का किया जाएगा प्रयास – डॉ महाजन
जामनेर ( नरेंद्र इंगले) : कोरोना वायरस के कारण पूरी दुनिया की रफ्तार थम गई है ! अमरीका , चीन , स्पेन , इटली , ब्राजील जैसी सघन आर्थिक तथा तकनीकी संसाधनो से संपन्न विकसित देश इस महामारी से परेशान है ! भारत जैसा विकसनशील देश लॉकडाउन के सहारे कोरोना के तीसरे चरण से गुजर रहा है !
भारत मे असंगठित मजदूरो की संख्या लगभग 70 फीसदी है ! लॉकडाउन के बाद इसी क्षेत्र से जुड़े लाखो मजदूर सैकड़ो किलोमीटर की यात्रा तय करते अपने अपने घरो की ओर पलायन कर चुके है ! कइयो की सड़क हादसो मे तो कुछ की आकस्मित मौत हो चुकी है ! कोरोना के संक्रमण को फैलने के लिए भीड़ का इकट्ठा होना खतरनाक है ! भीड़ को नियंत्रित करना यह कोरोना पर एकमात्र उपचार और उपाय है ! लॉकडाउन के कारण बाधित होने वाले तमाम लोगो के बीच एक तबका है LGBTQ समुदाय का जिनका चरितार्थ यात्री ट्रेनो के परिचालन पर निर्भर है ! भारत मे LGBTQ की तादात कुल आबादी के 2 प्रतिशत है !
राज्य सरकारे आधे अधूरे संसाधनो के साथ पूर्ण क्षमता से कामकाज कर रही है ! बावजूद इसके 130 करोड़ की आबादी वाले हमारे देश मे हाशिए पर लटके हर किसी तबके तक सहायता पहुचा पाना इतना आसान काम नही है ! कई गैर सरकारी संगठन मदत कार्य मे जुटे है इसी मे एक है जलगांव का निरभ्र निर्भय फाउंडेशन ! इस संस्था की संस्थापक डॉ मनीषा महाजन ने राजस्व प्रशासन के सहयोग से राशन समेत जरुरी चीजो का संग्रह किया और अपने स्वयंसेवको की मदत से किन्नरो की बस्तीयो मे जाकर उन्हे अनाज का वितरण किया ! डॉ मनीषा ने बताया कि राजस्व तथा स्वास्थ विभाग के अधिकारियो ने हमारी संस्था को सहायता स्वरूप जरूरी चीजो की मदत की जिसे हमने LGBTQ समुदाय तक पहुचाने की कोशिश की है !
जलगांव , चालीसगांव के किन्नर बहनो ने डॉ मनीषा के इस ईमानदार प्रयासो की सराहना की है ! डॉ मनीषा ने कहा कि जल्द हि LGBTQ समुदाय के लिए ठोस मदत को लेकर सरकारी स्तर पर कदम उठाए जाएगे ! जामनेर मे भी मोयखेड़ा निवासी समाजसेवी शकूर सेठ सरदार ने अपनी ओर से दिहाड़ी मजदूरो को राशन पानी का इंतजाम किया ! प्रधानमंत्री ने जनता कर्फ्यू मे लोगो से तालिया थालिया बजवाकर कोरोना की जंग मे शामिल फाइटर्स के प्रति सम्मान व्यक्त किया ! कल 9 मिनट के लिए पूरे देश मे दीपोत्सव का आवाहन किया गया है ! प्रधामंत्री की यह थियरी दुनियाभर के देशो के लिए भलेही कोई वैज्ञानिक आधार प्रमाणित करने मे सक्षम साबित न हो ! भारत मे बुद्धिजीवी इसे लेकर तार्किकता के आधार पर सवाल पुछे ! सोशल मीडिया पर आलोचनाओ की बाढ़ आ जाए जिसमे इवेंट के समर्थन की कश्तिया तैरती दिखाई पड़े ! इन सब चीजो के बीच कोरोना जैसी महामारी से लड़ने के लिए सबसे अहम हथियार है 130 करोड़ भारतीयो का मनोबल बनाए रखना !
क्यो की कोरोना के खिलाफ लड़ी जा रही जंग मे हमारी तैयारी क्या है ? मेडिकल संसाधनो मे स्थिती क्या है ? इन तमाम सवालो पर आज एक हि जवाब है भारतीय नागरिक होने के नाते लॉकडाउन के नियमो का अनुशासित तरीके से पालन करना ताकि किसी भी हालत मे कोरोना का संक्रमण ना फैल सके ! जामनेर मे 16 लोगो को कोरेंटाइन करने की सूचना है , जो मजदुर मुंबई , पुणे से पैदल चलकर अपने पैतृक गांव पहुच रहे है उन्हे अहतियात के तौर पर गांवो की सरकारी स्कुलो मे कोरेंटाइन किया जा रहा है !